एमएसएमई से जुडक़र सफल उद्यमी बनें महिलाएं: विरिंदर शर्मा
- Anya KhabrenHindi News
- August 11, 2023
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अमृतसर,( राहुल सोनी )
महिलाएं एमएसएमई के साथ जुडक़र न केवल अपना उद्यम स्थापित कर सकती हैं बल्कि अन्य महिलाओं के लिए भी रोजगार के साधन पैदा कर सकती हैं। महिलाओं को भारत सरकार के एमएसएमई विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए।
उक्त विचार विरिंदर शर्मा, आईईडीएस, निदेशक, एमएसएमई डीएफओ, लुधियाना ने पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के महिला संगठन शी-फोरम द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेकर व्यक्त किए। शी-फोरम के अमृतसर जोन द्वारा आईपीआर और एमएसएमई योजनाओं के माध्यम से महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें महिला उद्यमियों, महिला स्टार्टअप, कामकाजी महिलाओं समेत कई क्षेत्रों से जुड़े प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पीएचडीसीसीआई की रेजिडेंट निदेशक भारती सूद ने कहा कि चैंबर जहां सरकार व उद्यमियों के बीच एक सेतु का काम करता है वहीं शी-फोरम के माध्यम से महिलाओं को ऐसा मंच प्रदान किया जाएगा, जिसके माध्यम से वह न केवल सफल उद्यमी बन सकती हैं बल्कि अपने उत्पादों को भी प्रदर्शित कर सकती हैं।
इंटीग्रम आईपी मोहाली की संस्थापक डॉ.श्वेता सेन थलवाल ने बौद्धिक संपदा अधिकारों से जुड़ी अवधारणाओं व कारणों के बारे में महिलाओं को जागरूक किया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण एमएसएमई की टीम द्वारा दी गई व्यापक प्रस्तुति थी, जिसमें एमएसएमई डीएफओ, लुधियाना के सहायक निदेशक कुंदन लाल और इशिता थमन ने महिला उद्यमियों के लिए एमएसएमई मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं का विस्तृत विवरण पेश किया। इसमें पीएमईजीपी, सीजीटीएमएसई, स्फूर्ति, आईसी, पी एंड एमएस और ईएसडीपी शामिल हैं।
एसबीआई अमृतसर की मुख्य प्रबंधक सपना राजपूत ने उद्यमिता में बैंकों की भूमिका के बारे में जानकारी देते हुए स्टैंड-अप इंडिया (एसयूआई) योजना, प्रधान मंत्री मुद्रा योजना और संपत्ति समर्थित ऋण के बारे में भी जानकारी दी। जिला रिसोर्स पर्सन सिद्धांत बानूरा ने कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम औपचारिकीकरण (पीएमएफएमई) योजना के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।