देश कभी भूल नहीं सकता इंदिरा गांधी ने 25 जून को 1975 में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या की थी: चुघ
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- June 25, 2022
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इंदिरा गांधी ने 327 से अधिक पत्रकारों को मीसा के तहत कैद किया गया और 3,000 से अधिक समाचार पत्रों को बंद कर दिया था: चुघ
चंडीगढ़, 25 जून:
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने बयान जारी कर कहा की कांग्रेस की नेत्री पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून को 1975 में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या की थी। चुग ने कहा कि 25 जून हमारे देश के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला दिन था जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने मीडिया व् आम नागरिको समेत विपक्षी राजनितिक दलों के सभी नेताओं को जेल में ठूस कर लाखों बेकसूर लोगों को सलाखों के पीछे डाल दिया था। इस घटना ने न केवल देश को विश्वव्यापी शर्मसार किया बल्कि लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही की एक भयानक मिसाल भी कायम की थी।
चुघ ने कहा कि 19 महीने तक देश को खुली जेल, आतंक और भय का माहौल बना रहा था, जहां कोई भी सरकार के खिलाफ कुछ नहीं कह सकता था।
चुग ने कहा उस समय मीडिया पर सबसे भीषण हमला किया गया क्योंकि 327 से अधिक पत्रकारों को मीसा के तहत कैद किया गया था और 3,000 से अधिक समाचार पत्रों को बंद कर दिया गया था। जबकि देश में पूर्ण सेंसरशिप लागू कर दी गई थी, साथ ही साथ विदेशी पत्रकारों को देश से निष्कासित कर दिया गया था।
चुग ने कहा की विज्ञापनों पर प्रतिबंध के कारण बड़ी संख्या में समाचार पत्र के कर्मचारी भूखे मारे गए। यह हमला सिनेमा उद्योग पर भी उतना ही भयंकर था जहाँ कई कलाकारों को सरकार की लाइन न मानने की भारी कीमत चुकानी पड़ी थी।