बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पुरुषों की सोच में बदलाव बाल्यावस्था में ही होना आवश्यक है

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पुरुषों की सोच में बदलाव बाल्यावस्था में ही होना आवश्यक है

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ताल वह डिवीजन टिक्कर में बिहेवियर चेंज ऑफ वॉइस टुवर्ड्स गर्ल्स विषय पर कार्यशाला का आयोजन बाल विकास परियोजना भोरंज  के सौजन्य से किया गया जिसमें श्री जीतराम चौधरी बाल विकास परियोजना अधिकारी ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया मनोवैज्ञानि शीतल बर्मा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रही उन्होंने कहा कि आज की आधुनिक समय में भी लड़कियों और महिलाओं के प्रति गंभीर अपराधों का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है ।

महिलाओं को घरेलू हिंसा ,लैंगिक असमानता , बलात्कार व छेड़छाड़ की घटनाओं का प्रतिदिन सामना करना पड़ता है जिससे महिलाओं को मनोवैज्ञानिक और शारीरिक दोनों रूप से जूझना पड़ता है इसका मुख्य कारण समाज का पुरुष प्रधान मानसिकता का होना है जब तक पुरुष प्रधान मानसिकता में बदलाव नहीं होता और समाज में सम्मान लैंगिकता का व्यवहार का वातावरण नहीं बनता तब तक लडकियों व महिलाओं के साथ ऐसी गंभीर अपराध होते रहेंगे ।

परिवार व समाज में व्यापक रूढ़िवादी सोच ने भी महिलाओं के लिए आगे बढने मे कठिनाई पेश की है आज महिला चाहे हर क्षेत्र में अपना नाम कमा रही है लेकिन घर परिवार में उसे कई बार असमानता का सामना करना पड़ता है।

पुरुषों की सोच में बदलाव बाल्यावस्था में ही होना आवश्यक है।  अगर महिलाओं के प्रति उसके मन में आदर सत्कार और समानता का भाव स्कूल खंड काल में  भर दिया जाए तो वह न केवल एक अच्छा नागरिक बनेगा अपितु भविष्य में भी महिलाओं के प्रति वह समान दृष्टिकोण रखेगा  व  महिलाओं के प्रति होने वाली घरेलू हिंसा छेड़छाड , बलात्कार और गंभीर अपराधों में भी कमी आएगी ।

बाल विकास योजना अधिकारी श्री जीतराम चौधरी जी भी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम पर विस्तृत जानकारी दी और किस प्रकार हम लैंगिक असमानता को दूर कर सकते हैं पर अपने विचार रखें उन्होंने कहा कि वर्तमान में पास किया गया महिला आरक्षण बिल भी इसी तरफ बढ़ता हुआ कदम है ।

इस बिल से न केवल महिलाओं की राजनीतिक क्षेत्र में भागीदारी सुनिश्चित होगी बल्कि महिलाओं को सरकार के द्वारा महिलाओं के लिए बनाए जाने वाले विभिन्न कानून उत्थान की स्कीम को और मजबूती के साथ लागू करने में भी सहायता मिलेगी हमारे विचारों के निर्माण प्रक्रिया का सही होना बहुत आवश्यक है जैसे हमारे मन में विचार होंगे इस प्रकार  हमारा विकास होगा और अच्छे विचार ही हमें सभ्य समाज का सभ्य नागरिक बनाने के लिए आधारशिला रखेंगे इस अवसर पर  वृत्त पर्यवेक्षक अभिषेक ठाकुर व राजकीय  वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ताल व डिडवीं टिक्कर की प्रधानाचार्या ने भी अपने-अपने विचार रखे और विभाग का इस प्रकार की कार्यशाला को स्कूल में करवाने पर धन्यवाद किया

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