मिशन रिपीट तो नहीं मिशन डिलीट जरुर होगा : राजेंद्र राणा
सरकारें लोकलाज व सुशासन के दम पर चलती हैं भ्रष्टाचार व रीति-रिवाजों पर नहीं
हमीरपुर 7 जून
बीजेपी का जहाज डूबने वाला है, यह तय है। अब बीजेपी कार्यकारिणी बैठकों का ड्रामा करे या सिटिंग विधायकों, मंत्रियों की टिकटें काटने का ढिंढोरा पीटे। प्रदेश की जनता का न विश्वास बहाल होगा न गुस्सा शांत होगा। क्योंकि जनता जान चुकी है कि बीजेपी झूठे व जुमलेबाजों की पार्टी है जिस पर कतई भरोसा नहीं किया जा सकता है। प्रदेश की जनता में विश्वास खो चुकी बीजेपी के पास अब 4 सालों तक हुई लगातार जनता से हुई बेइन्साफी के दाग नहीं धोये जा सकते हैं। यह बात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि जिस बीजेपी के राज में 20 हजार करोड़ की डिग्रियां बेची गई हों। प्रदेश में हुए अब तक के सबसे बड़े फर्जी डिग्री घोटाले में जनता व कांग्रेस तो सवाल उठा ही रही है लेकिन सवालों के कटघरे में बीजेपी के ही दिग्गज नेता पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने सरकार व पार्टी को कटघरे में खड़ा किया है। पिछले 4 सालों में हुई तमाम छोटी-बड़ी भर्तियां संदेहों व आरोपों के घेरे में हैं। जिसको लेकर अब प्रदेश के युवा वर्ग का गुस्सा सातवें आसमान पर है। शिक्षित बेरोजगार वर्ग को यह यकीन हो चुका है कि बीजेपी प्रदेश के लिए हानिकारक है। राणा ने कहा कि कर्जे के पहाड़ के नीचे दबा प्रदेश यह सवाल बार-बार उठा रहा है कि आखिर कर्जा बढ़ा तो क्यों बढ़ा और बढ़ा तो किसके लिए बढ़ा। क्योंकि बीजेपी के राज में आम आदमी के विकास को लेकर कोई काम नहीं हुआ है। यह जनता भी जानती है और बीजेपी भी जानती है। राणा ने कहा कि यह पूरी तरह साबित हो चुका है कि राज-काज के नाम पर बीजेपी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है। कर्मचारी सरकार के रवैये को लेकर हताश व निराश हैं। ऐसे में बीजेपी किस मुंह से मिशन रिपीट की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की जनता व समूचा विपक्ष यह मान और जान चुका है कि बीजेपी जब-जब सत्ता में आती है तब-तब इस प्रदेश के हितों से लगातार खिलवाड़ होता है। ऐसे में बीजेपी को वोट मांगने का कोई हक नहीं है। क्योंकि बीजेपी मिशन रिपीट की बात कर रही है जबकि प्रदेश की जनता मिशन डिलीट की बात कर रही है और यह तय है कि जनता मिशन डिलीट को पूरा करके रहेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी दावा कर रही है कि इस बार मिशन रिपीट करके बीजेपी पिछले रिवाजों को बदलेगी लेकिन जनता ठान चुकी है कि बीजेपी को सत्ता से खदेड़ कर ही दम लेना है। इसलिए रीति-रिवाज का यह झूठा जुमला भी चलने वाला नहीं है।