मुख्यमंत्री जी, आप गरीबों के मसीहा हो, ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के तहत एक ने व्यक्ति मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से कहा
- Aap ke LiyeHAMIRPURHindi News
- January 20, 2024
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35 वर्षों से लटका तकसीम का मामला दो महीने में सुलझा
मिलाप चंद ने सरकार की राजस्व लोक अदालतों की सराहना की
राजेश ने कहा- मुख्यमंत्री जी, आप गरीबों के मसीहा हो
हमीरपुर जिले के भोरंज विधानसभा क्षेत्र के कंज्याण गांव में आयोजित ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के तहत एक व्यक्ति मिलाप चंद ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से कहा कि उनके गांव में 35 वर्षों से एक तकसीम का मामला लटका हुआ था। इस मामले को राजस्व लोक अदालत में दो महीने में सुलझा दिया गया और अब इंतकाल भी हो गया। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने मिलाप चंद से पूछा कि क्या उन्हें जगह मिल गई है? मिलाप चंद ने कहा कि हां, अब तो उन्होंने मकान बनाने का कार्य भी शुरू कर दिया है।
इसी कार्यक्रम में आपदा प्रभावित मीना देवी ने मुख्यमंत्री को बताया कि भारी बारिश से उनका मकान गिर गया था और उनके छोटे-छोटे बच्चे सड़क पर आ गए थे। राज्य सरकार की ओर से उन्हें आर्थिक सहायता मिल गई है। मुख्यमंत्री ने पूछा कि कितने पैसे मिले? मीना ने बताया कि उन्हें पहली किश्त के रूप में तीन लाख रुपये मिले हैं।
आपदा प्रभावित राजेश कुमार ने भी बताया कि बरसात में उनका मकान गिर गया था और उन्हें भी राज्य सरकार की ओर से तीन लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिल गई है। राजेश ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप गरीबों के मसीहा हो, सहारा हो।
मुख्यमंत्री ने राजेश को आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द उनका मकान बन जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार घर पूर्णतया क्षतिग्रस्त होने पर सात लाख रुपये का मुआवजा प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के लाभार्थी नवजोत शर्मा ने भी मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि उन्हें अब तक 16 हजार रुपये पॉकेट मनी के रूप में मिले हैं। अब वह उच्च शिक्षा ग्रहण करने जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च और चार हजार रुपये प्रतिमाह पॉकेट मनी राज्य सरकार देगी। इसके साथ ही साल में एक बार टूअर और जब शादी करनी होगी तो दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी मिलेगी।
इसी योजना के लाभार्थी अभिषेक शर्मा ने भी राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अब वह घर बनाने के लिए आवेदन कर रहा हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि घर बनाने के लिए तीन लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। उन्होंने अभिषेक से पूछा कि क्या करते हो? अभिषेक ने कहा कि अभी कुछ नहीं करता। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपना कुछ काम शुरू करो, राज्य सरकार इसके लिए दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देती है। पढ़ाई करो और पढ़ाई के खर्च के साथ-साथ हॉस्टल का खर्च भी राज्य सरकार द्वारा दिया जाता है।
मुख्यमंत्री ने इन सभी लाभार्थियों को कहा कि राज्य सरकार उनकी हरसंभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए राज्य सरकार हमेशा तत्पर है।