राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू श्री स्वर्ण मंदिर , श्री दुर्गियाना मंदिर में हुई नतमस्तक
- Aap ke LiyeHindi NewsNATIONSHIMLA
- March 9, 2023
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एसजीपीसी ने बंदी सिखों की रिहाई की रखी मांग ।
अमृतसर , ( कुमार सोनी )
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू वीरवार को श्री स्वर्ण मंदिर में नतमस्तक हुई। राष्ट्रपति मुर्मू दोपहर लगभग 12 बजे अमृतसर के अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट श्री गुरु रामदास पहुंची । एयरपोर्ट पर पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, मुख्यमंत्री भगवंत मान, सांसद गुरजीत औजला, डीजीपी गौरव यादव ,डीसी हरप्रीत सिंह सूदन ,पुलिस कमिश्नर नौनिहाल सिंह सहित गणमान्य व्यक्तियों ने स्वागत किया । राष्ट्रपति का काफला एयरपोर्ट से सीधे श्री हरिमंदिर साहब के लिए रवाना हुआ । श्री हरिमंदिर साहब पहुंचने पर राष्ट्रपति मुर्मू का एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने स्वागत किया। श्रीमती मुर्मू ने श्री हरिमंदिर साहब की परिक्रमा करके माथा टेक कीर्तन सरवन किया। शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने राष्ट्रपति मुर्मू को सम्मानित किया।
एडवोकेट धामी ने राष्ट्रपति को 2 ज्ञापन दिए। पहले ज्ञापन में बंदी सिखो की रिहाई की मांग की गई जबकि दूसरे ज्ञापन में हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को दी गई मान्यता को लेकर था। बाद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शहीदों की भूमि जलियावाला बाग ,श्री दुर्गियाना मंदिर व श्री रामतीर्थ मे नतमस्तक होने गई । राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमू के श्री दुर्गियाना मंदिर पहुंचने पर मंदिर की अध्यक्षा प्रोफेसर लक्ष्मीकांता चावला , महासचिव अरुण खन्ना, डॉ राकेश शर्मा ,सोमदेव शर्मा, डा. राम चावला इत्यादि ने स्वागत कर उन्हें सिरोपा व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया ।
राष्ट्रपति मुर्मू के दौरे के चलते अमृतसर में सुरक्षा के पुखता व कड़े प्रबंध किए गए । राष्ट्रपति के आगमन व जी 20 देशो के सम्मेलन से पहले गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के बाहर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गए। नारों में जी 20 देशों के प्रतिनिधयो का वेलकम है । खालिस्तान भारत का हिस्सा नहीं है इत्यादि लिखा हुआ था । इसकी जिम्मेवारी प्रतिबंधित आंतकी संगठन सिख फॉर जस्टिस ने ली । आंतकी संगठन एसएफजे के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इससे जुड़ा एक वीडियो भी जारी किया । प्रशासन ने आनन-फानन में खालिस्तान के समर्थन में लिखे नारों को हटा दिया। गौरतलब है अमृतसर में 15 से 17 व 19 से 20 मार्च तक जी 20 देशो के प्रतिनिधियों की मीटिंगे होने जा रही है ।