विद्या और अविद्या के भेद को मिटाने के लिए हमें योग एवं सतगुरु की शरण में जाना होगा

विद्या और अविद्या के भेद को मिटाने के लिए हमें योग एवं सतगुरु की शरण में जाना होगा

अमृतसर 6 फ़रवरी ( राहुल सोनी)

स्थानीय योग साधना आश्रम गोल बाग में मासिक सत्संग स्वामी गुरबक्श राय महाराज के सानिध्य में हुआ । सत्संग से पादुका पूजन ,आरती पूजन ,भक्ति संगीत हवन यज्ञ एवं स्वामी जी के प्रवचन हुए।

स्वामी जी ने फरमाया कि हम सब ईश्वर को मानते हैं परंतु हम में से बहुत कम उसकी सत्ता के बारे में जानते हैं । मानव जीवन में ऐसा कुछ भी नहीं है जो उससे परे हो । प्रत्येक जीव में वह शक्ति हमेशा विद्यमान् है परंतु उसे समझने के लिए हमें विद्या और अविद्या के भेद को मिटाना होगा। वह विद्या जो राग द्वेष व्याकुलता और अहंकार का नाश कर परमानंद के स्वरूप का साक्षात्कार करवाए – वही विद्या है। सो विद्या और अविद्या के भेद को मिटाने के लिए हमें योग एवं सतगुरु की शरण में जाना होगा।

सतगुरु योग द्वारा विद्या और अविद्या का भेद समाप्त कर देंगे और हमें उस परम तत्व के साथ मिलाने का रास्ता प्रशस्त करेंगे।
सत्संग मे सुनील महाजन ,राम जी एंड पार्टी एवं सुश्री पूजा ने अपने भजनों द्वारा वातावरण को पूर्णतया भक्तिमय बना दिया ।ढोलकी पर अश्विनी कुमार ने संगत दी।
इस अवसर पर ब्रह्मचारी अशोक अरोड़ा ,हरबंस लाल ,विजय कुमार ,विपिन कुमार ,किशोर कुमार, पवन सुलजा ,योगेश् रतन, राजन सबरवाल ,विजय कपूर ,जगदीश नारायण ,प्रेम गुप्ता ,प्रोफ़ेसर नरेश कुमार ,दविंदर बजाज, अशोक चौधरी, अशोक कुमार, भूपेंद्र सिंह आदि ने सहयोग दिया ।

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