सेब का समर्थन मूल्य 1 रुपए बढ़ाकर सरकार ने किया बागवानों के साथ भद्दा मजाक
- Anya KhabrenHindi NewsSHIMLA
- July 18, 2022
- No Comment
- 296
सेब का समर्थन मूल्य 1 रुपए बढ़ाकर सरकार ने किया बागवानों के साथ भद्दा मजाक, किसान विरोधी सरकार के खिलाफ डीसी शिमला को सौंपा ज्ञापन:
कश्मीर की तर्ज पर प्रदेश के सेब को मिले समर्थन मूल्य : गौरव शर्मा,प्रदेश प्रवक्ता
भगवानों के रोष प्रदर्शन में अगर एक भी कोई दुर्घटना घटती है तो सरकार होगी जीमेदार
शिमला
18 जुलाई
प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा सेब के दामों का समर्थन मूल्य 1 रुपए बढ़ाए जाने पर आम आदमी पार्टी ने विरोध जताया है। सेब का सर्मथन मूल्य कश्मीर की तर्ज पर करने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी ने डीसी के माध्यम से सीएम को ज्ञापन सौंपा है। सोमवार को जिला इंचार्ज जे डी चौहान और प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा के नेतृत्व में डीसी शिमला को ज्ञापन सौंपा और कहा कि सरकार द्वारा सेब का समर्थन मूल्य की 1 रुपए बढ़ाना किसानों के साथ भद्दा मजाक है। केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार किसान और बागवान विरोधी है और बागवानों के साथ अन्याय कर रही है। जेडी चौहान ने कहा कि कश्मीर में सी ग्रेड सेब की सरकारी खरीद 24 रुपए है तो हिमाचल में मात्र 10.50 रुपए क्यों? उन्होंने मांग की है कि कश्मीर का ग्रेडिंग सिस्टम हिमाचल में भी लागू होना चाहिए। मुख्यमंत्री हिमाचल में भी कश्मीर का ग्रेडिंग सिस्टम लागू करें। जेडी चौहान ने कहा कि सेब पर हिमाचल प्रदेश में आर्थिक स्थिति निर्भर है इसके बावजूद भी सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। सरकार इन बागवानों को सही मुआवजा तो छोड़ो सेब के सही दाम तक देने को तैयार नहीं हैं।
उधर आप के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने कहा कि भाजपा की केंद्र व राज्य की सरकार किसान विरोधी है। भाजपा सरकार पहले भी किसान विरोधी काले कानून लेकर आई थी। किसानों को अपने हक के लिए संघर्ष करना पड़ा। भाजपा सरकार के जिद की वजह से आंदोलन के दौरान किसान शहीद हुए। तब भी जयराम सरकार ने किसानों के हक में आवाज़ नहीं उठाई थी और आज तो खुद जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश के किसानों और बागवानों के साथ अन्याय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी पूरी तरह किसानों और बागवानों के साथ दृढ़ता के साथ खड़ी है। पूर्व कांग्रेस और वर्तमान भाजपा सरकार ने सेब के दाम बढ़ाए होते तो आज सेब का समर्थन मूल्य 35 रुपए से अधिक होता लेकिन दोनों ही सरकार ने बागबानों के हितों की ओर ध्यान नहीं दिया। आज जब बागवान बढ़ती महंगाई को लेकर सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं तो कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही है लेकिन कांग्रेस राज में भी कभी बागबानों के हित में निर्णय नहीं लिया गया है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में भी भाजपा की शांता कुमार सरकार के समय वागबान आंदोलन पर उतरे थे तो सरकार ने शिमला शहर और कई जगह लाठियों डंडो गरम पानी तक से प्रहार किया गया। कोटगढ़ में तो पुलिस फायरिंग में तीन बागवान गोली लगने से शहीद हो गए। भाजपा-कांग्रेस दोनो 30-20 साल सत्ता में रही है। लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। किसान विरोधी भाजपा सरकार और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां बागवानों की बराबर दोषी है।
गौरव शर्मा ने सरकार से मांग की है कि वह सेब के समर्थन मूल्य 24 रुपए करे, जिससे महंगाई से परेशान बागवानों को थोड़ी राहत मिल सके। आम आदमी पार्टी पूरी तरह वागबानों के आंदोलन का समर्थन करती है और उनके साथ खड़ी है। आम आदमी पार्टी भाजपा सरकार के किसान- वागबान विरोधी फैसले के खिलाफ आंदोलन करेगी इस दौरान अगर कोई घटना घटती है तो इसके लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि जब तक किसान और बागवान विरोधी फैसला जयराम ठाकुर वापस नहीं ले लेते, तब तक आम आदमी पार्टी इसका विरोध करती रहेगी।उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर को अब जनता से कोई मतलब नहीं रहा, वह बस अदानी और अंबानी के आगे पीछे घूमते रहते हैं।
इस मौके पर प्रो अतर सिंह चंदेल, गोपाल वर्मा सचिव, विजय मटू, ममता चंदेल, मीरा कुकरेजा, साहिल ठाकुर, यश शर्मा, नरेंद्र ठाकुर, संगीता शर्मा, बिमला देवी, पीसी शर्मा, रवि दत्त, दलीप आजाद, अंकुर ठाकुर, संदीप ठाकुर, गौरव सरस्वाल उपस्तित रहे