हार के अंदेशे से भाजपा के भीतर हड़कंप का माहौल : राजेंद्र राणा
- HAMIRPURHindi News
- July 6, 2022
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हमीरपुर, 6 जुलाई-
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि ऐसा लगता है कि भाजपा नेतृत्व को राज्य में अपने कार्यकर्ताओं पर भी भरोसा नहीं रहा है इसलिए दूसरे राज्यों से कार्यकर्ताओं को बुलाकर चुनावी माहौल का ताना-बाना बुनने में भाजपा जुट गई है।
आज यहां जारी एक बयान में राजेंद्र राणा ने कहा कि बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से तंग प्रदेश के लोग जब भाजपा नेताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं से अच्छे दिनों की परिभाषा पूछते हैं तो उनकी सिट्टी पिट्टी गुम हो जाती है। भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए फील्ड में जनता के सवालों का जवाब देना मुश्किल हो गया है। रही सही कसर प्रदेश में 4 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों ने पूरी कर दी है जिसने भाजपा नेतृत्व को चिंता में डाल दिया है। अब शगूफे, नारे और आश्वासन भी काम नहीं कर रहे हैं तो चुनाव सिर पर आता देेख बौखलाई बीजेपी अब चुनाव प्रचार के लिए बाहरी प्रदेशों के कार्यकर्ताओं को बुलाने लगी है, जिन्हें ना तो प्रदेश की संस्कृति की ठीक से जानकारी है और ना ही यहां की जनता के मिजाज व भौगोलिक स्थिति की जानकारी है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश के प्रबुद्ध लोग इस बात को भलीभांति जानते हैं कि चुनावी बेला में दूसरे राज्यों से आने वाले भाजपा कार्यकर्ता सिर्फ चंद दिनों के मेहमान होते हैं और उसके बाद उन्हें ढूंढना आसमान से तारे तोड़ने की तरह होगा। इसलिए दूसरे राज्यों से कार्यकर्ता लाने की कवायद भाजपा को ही महंगी पड़ने वाली है क्योंकि झूठ पर झूठ बोलकर जनता को ठगने दौर अब बीत चुका है।
राणा ने कहा कि इस वक्त महंगाई और बेरोजगारी के साथ सत्ता का संरक्षण बाकर फल फूल रहा भ्रष्टाचार एकमात्र मुद्दा है। यह अलग बात है कि बीजेपी महंगाई को मुद्दा नहीं मान रही है क्योंकि बीजेपी के लिए सत्ता सुख और साधन का जरिया बन कर रह गया है। राजेंद्र राणा ने कहा कि मात्र 8 सालों में दुनिया की सबसे अमीर पार्टी होने का तमगा पाने वाली बीजेपी अब मार्केटिंग के फंडे और सत्ता के डंडे के आधार पर लोकतंत्र को हांकना चाह रही है। लेकिन देश की जनता लोकतंत्र को कमजोर नहीं होने देगी।
उन्होंने अग्निपथ योजना को भी युवाओं से धोखा करार दिया और कहा कि युवा वर्ग इस तथ्य को भलीभांति समझ रहा है कि उसके भविष्य की भाजपा नेतृत्व को कोई चिंता नहीं है और इस योजना का एकमात्र उद्देश्य युवाओं की प्रतिभा, मेहनत और जज्बे को दरकिनार करना है। उन्होंने कहा कि युवाओं के आक्रोश कि आंच भाजपा को विधानसभा चुनावों में महसूस होगी और इन युवाओं के अभिभावकों का गुस्सा भी वोट की चोट से बाहर आएगा।