
हिमाचल में भारी बारिश और बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित, कई सड़कें बंद
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- February 28, 2025
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हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश और बर्फबारी के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी और निचले इलाकों में मूसलाधार बारिश से सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विज्ञान विभाग ने किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि मंडी, शिमला, कांगड़ा, कुल्लू और सिरमौर जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। यह चेतावनी आज शाम 5:30 बजे तक प्रभावी रहेगी। इसके अलावा, 3 मार्च को एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, जिससे फिर से बारिश और बर्फबारी के आसार बन रहे हैं।
भारी बारिश और बर्फबारी के कारण राज्य में चार राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 250 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। चंबा-भरमौर-पठानकोट मार्ग चनेड के पास भूस्खलन के चलते अवरुद्ध हो गया है, जबकि डलहौजी-खजियार रोड और चंबा-चुवाड़ी वाया जोत मार्ग भी बंद हैं। ऊपरी शिमला को राजधानी से जोड़ने वाले नारकंडा, खड़ापत्थर और चौपाल के खिड़की क्षेत्रों में सड़क यातायात बाधित है। पांवटा साहिब में भूस्खलन के कारण एनएच-707 भी पिछले कुछ घंटों से बंद है।
कांगड़ा जिले के मुल्थान क्षेत्र के रोकरू गांव में बादल फटने की घटना सामने आई है, जिससे रोकरू नाले में बाढ़ आ गई और आसपास खड़ी 3-4 गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, अभी तक किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। इस घटना के कारण मुल्थान से लोहारड़ी और मुल्थान से बड़ाग्रां जाने वाली सड़कें बंद हो गई हैं। एसडीआरएफ की टीमें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
लगातार बारिश और बर्फबारी के चलते चंबा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, मंडी के करसोग और पधर उपमंडल, शिमला के रोहड़ू उपमंडल और किन्नौर जिले के शैक्षणिक संस्थानों में प्रशासन ने आज अवकाश घोषित किया है। यह आदेश एचपी, आईसीएसई और सीबीएसई बोर्ड से संबंधित सभी स्कूलों पर लागू होगा। हालांकि, जिन कक्षाओं के बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं, वे निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होंगी।
मनाली में बीती रात से बर्फबारी जारी है, जहां आधा फुट तक ताजा हिमपात हो चुका है। रोहतांग दर्रे में 6 फुट से अधिक ताजा बर्फबारी हुई है, जबकि अटल टनल रोहतांग में साढ़े 4 फुट, सोलंग नाला में 3 फुट, किन्नौर के पूह में 1 फुट, मूरंग में 5 इंच, कल्पा में डेढ़ फुट, सांगला में डेढ़ फुट और छितकुल में 2 फुट बर्फ गिर चुकी है। अटल टनल बंद होने से लाहौल-स्पीति जिला अलग-थलग पड़ गया है। भारी बर्फबारी के कारण लाहौल-स्पीति और किन्नौर में 80 प्रतिशत से अधिक घरों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है, जिससे लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। साथ ही, पानी की पाइपलाइनों के जमने से पेयजल की समस्या भी उत्पन्न हो गई है।
नारकंडा और खिड़की क्षेत्रों में बीती रात कुछ वाहन और सरकारी बसें फंस गई थीं, जिन्हें देर रात तक रेस्क्यू किया गया। इस स्थिति को देखते हुए एचआरटीसी प्रबंधन ने सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देश दिया है कि वाया नारकंडा कोई भी बस न भेजी जाए। लाहौल-स्पीति जिले के साथ चंबा का पांगी और किन्नौर जिले के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के बाद सड़कें बंद होने से जिला मुख्यालय सहित शेष विश्व से संपर्क कट गया है। कुल्लू जिले में बारिश के चलते नुकसान की जानकारी मिली है, जहां गांधीनगर में पानी के साथ मलबे ने गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया है। भुंतर बाजार में खोखन नाले का पानी घुस गया है, जबकि अखाड़ा बाजार में भी लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में मौसम में सुधार की संभावना है। हालांकि, 3 मार्च को एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, जिससे फिर से बारिश और बर्फबारी के आसार बन रहे हैं। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम विभाग के अपडेट्स पर नजर रखें और आवश्यक सावधानियां बरतें।

लाहौल और स्पीति जिले में अगले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट की संभावना है, जिससे ठंड बढ़ेगी। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे गर्म कपड़े पहनें और बिना आवश्यक कारणों के घर से बाहर न निकलें।

चंबा जिले में भी मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश और धूप के बीच बदलाव देखने को मिलेगा। स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम के अनुसार अपने कार्यक्रमों की योजना बनाएं और आवश्यक सावधानियां बरतें।
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