सत्ता में रहते पांच साल जयराम ने की हमीरपुर की अनदेखीः सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू
- Aap ke LiyeHAMIRPURHindi News
- May 10, 2024
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सत्ता में रहते पांच साल जयराम ने की हमीरपुर की अनदेखीः सीएम
हमीरपुर के लोग मेरी ताक़त, हर पल दिया साथः सुक्खू
कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायज़ादा ने हमीरपुर लोकसभा सीट से नामांकन किया
हमीरपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायज़ादा ने आज मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की उपस्थित में अपना नामांकन दाखिल किया। इसके बाद हमीरपुर पुलिस लाइन ग्राउंड में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमीरपुर के लोग मेरी ताक़त हैं और यहां के लोगों ने मेरा हर पल साथ दिया है। आज मैं जिस मुक़ाम पर पहुँचा हूँ, उसके लिए हमीरपुर और नादौन की जनता का जीवन भर आभारी रहूँगा। उन्होंने कहा कि लोगों का विश्वास मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। आप सभी के आशीर्वाद से आज एक साधारण परिवार से निकलकर मैं मुख्यमंत्री बना हूँ। उन्होंने कहा कि अपने नेता पर विश्वास करने के लिए आज मैं सबको धन्यवाद देता हूँ।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर हमीरपुर जिला की अनदेखी का आरोप लगाते हुए ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार में हमीरपुर जिला से जानबूझकर कर एक भी मंत्री नहीं बनाया गया। जिस जिला को मुख्यमंत्री के साथ-साथ मंत्री पद मिलता था, उस जिला को पिछली सरकार में कोई जगह नहीं दी गई। उन्होंने पूछा कि जयराम ठाकुर ने पांच साल में हमीरपुर जिला के लिए क्या किया। पंद्रह साल पहले मुख्यमंत्री रहते प्रेम कुमार धूमल ने हमीरपुर में बस अड्डे का शिलान्यास किया था और जयराम ठाकुर ने बस अड्डा बनाने के लिए एक पैसा नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मेरे मुख्यमंत्री का पद सँभालते ही युद्ध स्तर पर बस अड्डा बनाने का काम शुरू हो गया है जो आने वाले नौ महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। इसके साथ ही गांधी चौक की तारों को अंडरग्राउंड करने का काम भी शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमीरपुर के आज़ाद विधायक ने चौदह महीने में 100 करोड़ रुपए के टेंडर लिए। उन्होंने डटकर खड्डों में खनन किया और संपदा को लूटने का प्रयास किया। वहीं सुजानपुर का बिकाऊ विधायक 2014 में कांग्रेस में आया। प्रेम कुमार धूमल का ड्राइवर रहा और उनकी पीठ में छुरा घोंप कर विधायक बना। धूमल को चुनाव हराने का उनका मक़सद सिर्फ पैसा कमाना था। उसकी सर्व हितकल्याणकारी संस्था को बद्दी से पैसा पहुँचता है, जिससे वह पूर्व सैनिकों को सम्मानित करता है। अपनी जेब से एक पैसा लगाकर किसी को भी राजेंद्र राणा ने आज तक सम्मानित नहीं किया। उन्होंने कहा कि बड़सर के विधायक भी 15 करोड़ रुपए में बिके हैं और उनके ख़िलाफ़ जांच हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुटलैहड़ का विधायक ने भी भाजपा की राजनीतिक मंडी में अपना सौदा किया है। वह ठेके लेने और एक्सईएन को फ़ोन कराने मेरे पास आते थे और जनता का कोई मुद्दा उन्होंने कभी नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि गगरेट में मेडिकल शॉप, पेट्रोल पंप, दुकानों और क्रशरों पर चैतन्य टैक्स लगा दिया गया था। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मैं जब तक मुख्यमंत्री के पद पर रहूँगा, भ्रष्टाचार से कभी समझौता नहीं करूँगा। उन्होंने कहा कि यह कोई साधारण चुनाव नहीं है क्योंकि आपका वोट तय करेगा धनबल की जीत होगी या जनबल की।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि दागी प्रदेश की जनता को बताएँ कि वह एक महीने तक प्रदेश से बाहर क्यों रहे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए सौदेबाज़ी चल रही थी, ताकि आने वाले लोकसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ लिया जा सके। उन्होंने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सांसद 26 वर्ष से हैं। इस बार कांग्रेस पार्टी ने सतपाल रायज़ादा को मैदान में उतारा है और एक बार हमीरपुर की जनता उन्हें मौक़ा अवश्य दे, ताकि इस क्षेत्र की सूरत बदली जा रही है। उन्होंने कहा कि रायज़ादा ट्रेन हमीरपुर पहुँचाने की झूठी बात नहीं करेंगे, जबकि अनुराग ठाकुर हमेशा झूठ बोलते हैं। अनुराग हमीरपुर मेडिकल कॉलेज लाने का श्रेय भी खुद ही लेते हैं, जबकि सत्य यह है कि तीन मार्च 2014 को यूपीए सरकार में मेडिकल कॉलेज मैंने स्वीकृत कराया था। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के समय में 35 लाख से आरटीपीसीआर मशीन मैंने दी जबकि सांसद होने के नाते यह दायित्व अनुराग ठाकुर का था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की पिछली सरकार में हमीरपुर अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से नौकरियाँ बिकी नहीं नीलाम की गई। भारी भ्रष्टाचार को देखते हुए प्रदेश में नई सरकार बनते ही इसे भंग कर दिया गया। उन्होंने कहा कि नए बनाए गए राज्य चयन आयोग ने पोस्ट कोड 817 की जेओए (आईटी) का परीक्षा परिणाम घोषित करवाया और अब डाक्यूमेंटेशन शुरू हो गई है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उन्हें सरकार में मुख्यमंत्री पद पर पंद्रह माह में सिर्फ नौ महीने ही काम करने का मौक़ा मिला है। चार महीने आपदा से लड़ने में निकले और दो महीने वह बीमार रहे। लेकिन अपनी सेहत की चिंता न करते हुए भी उन्होंने प्रदेश के विकास के लिए योजनाएँ बनाईं और अस्पताल के बिस्तर पर लेटे-लेटे सिर्फ प्रदेश का राजस्व बढ़ाने के बारे में सोचा। उन्होंने कहा कि राजस्व में बढ़ौतरी से महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपए प्रतिमाह देने की योजना लाई और इसे लागू किया। लेकिन भाजपा नेता इस रुकवाने में लगी है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से महिलाओं के खाते में इस योजना का पैसा डालने की लड़ाई लड़ी जा रही है। अगर चुनाव आयोग ने इजाज़त नहीं दी तो जून माह में दो महीने के तीन हजार रुपए एकमुश्त दिए जाएँगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनाथ बच्चों को क़ानूनी अधिकार देखकर उनकी देखभाल और पढ़ाई का ज़िम्मा राज्य सरकार को सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि पहली ही कैबिनेट बैठक में 1.36 लाख कर्मचारियों को पुरानी पेंशन कांग्रेस सरकार ने दी, जिससे आज 9000 परिवार लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्व मामलों का निपटारा तेज़ी से करने के लिए राजस्व क़ानूनों में बदलाव किया और आज एक लाख से ज्यादा इंतकाल और तकसीम के साढ़े सात हजार मामले निपटाए गए हैं।
इस अवसर पर कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस के हमीरपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी सतपाल रायज़ादा सहित अन्य पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।