भारतीय कंक्रीट संस्थान ने इंजीनियरिंग और वास्तुकला के प्रतिष्ठित पेशेवरों को किया सम्मानित
- Anya KhabrenHindi NewsMANDI
- October 21, 2024
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भारतीय कंक्रीट संस्थान ने इंजीनियरिंग और वास्तुकला के प्रतिष्ठित पेशेवरों को किया सम्मानित
वास्तुकार विजय उप्पल व इंजीनियर सतीश शर्मा को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, अभिनव कौंडल को उभरते वास्तुकार , रोहित गुप्ता को उभरते इंजीनियर, डॉ अदिती चौहान युवा कंक्रीट टेक्नोलॉजिस्ट अवार्ड से सम्मानित
बीरबल शर्मा
मंडी, 21 अक्तूबर।
भारतीय कंक्रीट संस्थान यानी आईसीआई ने उत्कृष्ठ उपलब्धियां हासिल करने वाले पेशेवर इंजीनियरों व वास्तुकारों को शिमला में संपन्न हुए अपने वर्ष 2024 के सालाना समारोह में सम्मानित किया।
आईसीआई शिमला केंद्र के अध्यक्ष वी पी एस जसवाल ने कहा कि भारतीय कंक्रीट संस्थान एक गैर-लाभकारी संगठन है जो कंक्रीट पर ज्ञान का प्रसार करने, कंक्रीट प्रौद्योगिकी और निर्माण को बढ़ावा देने और कंक्रीट की शोध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए समर्पित है। जसवाल ने बताया कि आईसीआई के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए, इसके क्षेत्रीय केंद्र पूरे वर्ष राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सेमिनार, कार्यशालाएं, सम्मेलन, प्रदर्शनी आदि जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
ये कार्यक्रम कंक्रीट उद्योग के सभी हितधारकों के लिए एक अनूठा मंच साबित होते हैं, जिसमें अभ्यास करने वाले इंजीनियर, निर्माता, शिक्षाविद, सलाहकार और शोधकर्ता अपनी वैश्विक भागीदारी करते हैं, मुद्दों पर चर्चा करते हैं, कंक्रीट से संबंधित मामलों पर अपने विचार और अनुभव साझा करते हैं। जसवाल ने आगे बताया कि पिछले वर्षों की तरह, आईसीआई के शिमला केंद्र ने आईसीआई-अल्ट्राटेक स्ट्रक्चर अवार्ड्स 2024 का आयोजन किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश रेरा के अध्यक्ष डॉ श्रीकांत बाल्दी मुख्य अतिथि थे। डॉ बाल्दी ने सतत विकास के महत्व पर जोर दिया और कहा कि अगर हम अपने शहरों की योजना सतत विकास के अनुसार नहीं बनाते हैं, खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में, तो आने वाले समय में परिणाम विनाशकारी हो सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम 2023 के मानसून के दौरान इसे पहले ही देख चुके हैं। श्रीमती उमा बाल्दी ने भी इस अवसर पर अपनी उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उर्मिला बाल्दी हिमाचल प्रदेश में सामाजिक कार्यों का पर्याय हैं, जो पिछले 31 वर्षों से समाज के जरूरतमंदों और वंचितों के उत्थान और कल्याण के लिए निरंतर काम कर रही हैं।
जसवाल ने कहा कि क्षेत्र के प्रतिष्ठित आर्किटेक्ट और इंजीनियर जिन्होंने प्रसिद्ध इमारतों और परियोजनाओं को डिजाइन और निष्पादित किया है, उन्हें विभिन्न पुरस्कारों के लिए चुना गया है। उन्होंने कहा कि पुरस्कारों में लाइफ टाइम अचीवमेंट ट्रॉफी, यंग टेक्नोलॉजिस्ट अवार्ड आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एक पूर्व इंजीनियर इन चीफ अजय गुप्ता की अध्यक्षता में एक जूरी ने पुरस्कार विजेताओं का चयन किया था। इसमें उनके साथ रहे सदस्यों में
वास्तुकार वी.पी.एस. जसवाल, अध्यक्ष, आई सी आई – शिमला केंद्र, वास्तुकार नंद लाल चंदेल, उपाध्यक्ष -आई सी आई- शिमला केंद्र, डॉ प्रदीप कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर, सी ई डी, एनआईटी हमीरपुर, वास्तुकार दीवान चंद शर्मा, सेवानिवृत्त मुख्य वास्तुकार-हिमुडा, डॉ. एस.पी. गुलेरिया, सेवानिवृत्त निदेशक जेएनजीईसी, सुंदरनगर, इंजीनियर अभय तोमर, आरएचटी-एचपी, अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड रहे।
पुरस्कारों में वास्तुकार विजय उप्पल व इंजीनियर सतीश सागर शर्मा को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, इंजीनियरएआर अभिनव कौंडल को उभरते वास्तुकार, एआर रोहित गुप्ता उभरते इंजीनियर, डॉ अदिति चौहान को
युवा कंक्रीट टेक्नोलॉजिस्ट , जबकि इंफ्रास्ट्रक्चर अवार्ड एनएचपीसी की पार्वती परियोजना के एचआरटी को इंफ्रास्ट्रक्चर श्रेणी में पुरस्कृत किया गया।