शारदीय नवरात्र: मां चिंतपूर्णी के धाम में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

शारदीय नवरात्र: मां चिंतपूर्णी के धाम में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

शारदीय नवरात्र: मां चिंतपूर्णी के धाम में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

उत्तर भारत की धार्मिक नगरी चिंतपूर्णी में शारदीय नवरात्र का आगाज हो चुका है। मां चिंतपूर्णी के मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। देश के कोने-कोने से आए भक्त मां के दर्शन पाने को आतुर हैं।

मां चिंतपूर्णी को शक्ति की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से मां के दर्शन करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मां चिंतपूर्णी की मूर्ति स्वयंभू है .

मां चिंतपूर्णी को शक्ति की देवी माना जाता है। हिंदू धर्म में, उन्हें चिंताहरिणी के रूप में पूजा जाता है, यानी जो सभी चिंताओं को दूर करती हैं। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से मां का आशीर्वाद मांगता है, उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है।

नवरात्र हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो नौ दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्र के दौरान, देवी माता की शक्ति और साहस की पूजा की जाती है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

नवरात्र हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इन नौ दिनों में देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्र के दौरान देवी की आराधना करने से सुख, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि नवरात्र के दौरान देवी अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाती हैं।

चिंतपूर्णी में लगने वाला नवरात्र मेला देश के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक है। इस मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस बार भी मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। मेला क्षेत्र को चार सेक्टरों में बांटा गया है और प्रत्येक सेक्टर में मेला मैजिस्ट्रेट और मेला पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं।

मां चिंतपूर्णी का मंदिर रंग-बिरंगे फूलों से सजा हुआ है। मंदिर की खूबसूरती देखते ही बनती है। श्रद्धालुओं को मां के दर्शन पर्ची सिस्टम से करवाए जा रहे हैं। मां के मंदिर में नारियल चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है। यह निर्णय सुरक्षा कारणों से लिया गया है। मां चिंतपूर्णी के भक्तों की आस्था अटूट है। दूर-दूर से आए श्रद्धालु मां के दर्शन पाकर धन्य महसूस कर रहे हैं। वे मानते हैं कि मां चिंतपूर्णी उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगी।

चिंतपूर्णी में लगने वाला नवरात्र मेला धर्म और संस्कृति का एक अनूठा संगम है। यह मेला श्रद्धालुओं के लिए आस्था और विश्वास का केंद्र है।

अधिक जानकारी

  • मां चिंतपूर्णी का मंदिर हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्थित है।
  • मां चिंतपूर्णी को शक्तिपीठ भी कहा जाता है।
  • नवरात्र के नौ दिनों में देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है।
  • नवरात्र का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

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