
छोटी काशी में महाशिवरात्रि महोत्सव की भव्यता, ब्यास आरती से आध्यात्मिक रंगों में रंगा मंडी
- Dharam/AasthaHindi NewsMANDI
- February 27, 2025
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मंडी में आयोजित छोटी काशी अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव ने इस बार इतिहास के पन्नों में एक नया अध्याय जोड़ दिया। इस महोत्सव के दौरान महाशिवरात्रि की संध्या पर ऐतिहासिक ब्यास आरती का आयोजन किया गया, जिसने पूरे वातावरण को भक्ति और आध्यात्मिकता के रंगों से सराबोर कर दिया। यह अनूठा आयोजन पंचवक्त्र मंदिर के सामने, पौराणिक नदी विपाशा के तट पर संपन्न हुआ, जहां काशी से आए विद्वान पंडितों ने विधिवत आरती का संचालन किया। इस भव्य आयोजन के दौरान सैकड़ों श्रद्धालु, स्थानीय लोग और गणमान्य व्यक्तित्व मौजूद रहे, जिन्होंने इस दिव्य क्षण के साक्षी बनने का सौभाग्य प्राप्त किया।
इस अवसर पर धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर, एपीएमसी के चेयरमैन संजीव गुलेरिया, उपायुक्त एवं छोटी काशी अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव समिति के अध्यक्ष अपूर्व देवगन सहित नगर निगम मंडी के महापौर वीरेंद्र भट्ट शर्मा, एचपीएमसी के निदेशक जोगिंदर गुलेरिया, मुख्य सूचना आयुक्त एस.एस. गुलेरिया, मंडलायुक्त ए. साइनामोल, पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त रोहित राठौर, उपमंडलाधिकारी (ना.) ओमकांत ठाकुर और अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ. मदन कुमार सहित कई प्रतिष्ठित अधिकारी और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
ब्यास आरती के लिए विपाशा और सुकेती नदियों के संगम पर विशेष रूप से पांच विशाल मंच तैयार किए गए थे, जहां से काशी से आए पूजारियों ने विधिपूर्वक महा आरती संपन्न की। जब मंत्रोच्चारण के बीच गंगा जल, फूल और दीपों से आरती की गई, तो पूरा वातावरण श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत हो गया। इस अद्भुत आयोजन को देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु उमड़ पड़े और मंडी की विभिन्न सामाजिक, धार्मिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं ने इसमें अपनी सहभागिता दर्ज कराई। शहरवासियों ने इस पावन अवसर को विशेष बनाने के लिए अपने-अपने घरों से दीप लाकर ब्यास तट पर जलाए, जिससे संध्या समय पूरा क्षेत्र दीपों की रोशनी से जगमगा उठा।
इस वर्ष महाशिवरात्रि महोत्सव एक ऐतिहासिक पड़ाव पर पहुंच चुका है, क्योंकि यह इस सदी के 25वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस रजत जयंती वर्ष को विशेष बनाने के लिए आयोजन समिति ने कई नए पहलुओं को जोड़ा है, जिनमें ब्यास आरती का आयोजन प्रमुख रहा। इसके अलावा, इस बार महोत्सव के अंतरराष्ट्रीय स्वरूप को और अधिक विस्तारित करते हुए पांच से अधिक देशों से सांस्कृतिक दलों को आमंत्रित किया गया है। ये सांस्कृतिक दल 28 फरवरी को आयोजित होने वाली भव्य कल्चरल परेड में भाग लेंगे, जिसमें हिमाचल सहित अन्य राज्यों के सांस्कृतिक समूह भी शामिल होंगे। इसके अलावा, ये दल महोत्सव के शुभारंभ एवं समापन समारोहों और विशेष सांस्कृतिक संध्याओं में अपनी प्रस्तुतियां देंगे, जिससे इस आयोजन की भव्यता और अधिक बढ़ेगी।
मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने इस पवित्र आयोजन में शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं, स्थानीय नागरिकों और गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि छोटी काशी में महाशिवरात्रि महोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक धरोहर को जीवंत रखने का माध्यम भी है। इस आयोजन की भव्यता को देखते हुए आने वाले वर्षों में इसे और बड़े स्तर पर आयोजित करने की योजना बनाई जाएगी, ताकि मंडी का यह प्रसिद्ध महोत्सव वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सके।
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