किन्नौर के पांगी गांव में भूस्खलन से भारी तबाही, सेब समेत नकदी फसलें बर्बाद
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- September 9, 2024
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किन्नौर के पांगी गांव में भूस्खलन से भारी तबाही, सेब समेत नकदी फसलें बर्बाद
Massive Landslide in Kinnaur’s Pangi Village, Apple and Cash Crops Destroyed
जनजातीय जिला किन्नौर के कल्पा खंड के पांगी गांव में सोमवार सुबह अचानक भूस्खलन के कारण 25 बीघा से अधिक भूमि पर सेब समेत कई नकदी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। पीरी ढांक से चट्टानें गिरने की वजह से 70 से अधिक बागवान और किसानों को गंभीर क्षति पहुंची है। इस घटना में चार दोघरियां भी चट्टानों की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे स्थानीय लोगों को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है।
चार दोघरियां क्षतिग्रस्त, सेब और अन्य फसलें तबाह
सोमवार सुबह करीब साढ़े छह बजे पहाड़ी दरकने से पांगी गांव के प्राणु, तेवनंग और रूमनंग क्षेत्रों में बड़े-बड़े पत्थरों के गिरने से बीरबल नेगी, एवन चंद नेगी, दीनदयाल नेगी और लोक मोहन नेगी की दोघरियां क्षतिग्रस्त हो गईं। इसके अलावा करीब 25 बीघा भूमि पर फैले सेब के बागों और अन्य नकदी फसलों को भी भारी नुकसान हुआ। प्रभावित बागवानों और किसानों की सेब, ओगला, फाफरा, राजमाह, खुमानी, नाशपाती, बादाम और जीरा जैसी फसलें बर्बाद हो गईं हैं।
रुक-रुक कर जारी भूस्खलन, प्रशासन मौके पर पहुंचने में असमर्थ
दिनभर पहाड़ी से चट्टानों के गिरने का सिलसिला जारी रहा, जिससे प्रभावित क्षेत्र में न तो बागवान और किसान जा सके और न ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच पाई। सूचना मिलते ही एसडीएम कल्पा डॉ. शशांक गुप्ता, नायब तहसीलदार कल्पा रविंद्र सिंह, कानूनगो उरज्ञान दोर्जें नेगी और पटवारी नीतिश नेगी की टीम ने क्षेत्र का दौरा किया। हालांकि, लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण वे मौके पर नुकसान का आकलन नहीं कर पाए और दूर से ही स्थिति का जायजा लिया।
प्रारंभिक आकलन में 1 करोड़ रुपये का नुकसान
एसडीएम कल्पा शशांक गुप्ता ने कहा, “चट्टानों के गिरने से सेब और नकदी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। मौके पर राजस्व विभाग की टीम तैनात है और जैसे ही भूस्खलन बंद होगा, टीम मौके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लेगी। प्रारंभिक आकलन के अनुसार, करीब एक करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है।”
फिलहाल प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और प्रभावित किसानों की मदद के लिए योजनाएं तैयार की जा रही हैं।