सेक्रेटरी को सीट पर ना देखकर भड़के सांसद गुरजीत औजला
- Anya KhabrenHindi News
- September 30, 2024
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सेक्रेटरी को सीट पर ना देखकर भड़के सांसद गुरजीत औजला
पंचायती चुनावों को लेकर बीडीपीओ दफ्तर में लगाया धरना
अमृतसर, ( राहुल सोनी )
आगामी 15 अक्तूबर को होने वाले पंचायती चुनावों के मद्देनजर आज सांसद गुरजीत सिंह औजला औचक निरीक्षण के लिए बीडीपीओ दफ्तर पहुंचे। ब्लाक वेरका के रानी का बाग दफ्तर में दोपहर लगभग 12.45 बजे पर पहुंचे सांसद औजला को जब सीट पर सेकेट्ररी नहीं मिले तो उन्होंने अन्य कांग्रेसी नेताओं के साथ मिलकर वहीं पर धरना लगा दिया। उनका आरोप था कि राज्य सरकार के दबाव में सेक्रेट्ररी, बीडीओ, बीडीपीओ काम कर रहे हैं और सरेआम लोगों के साथ धक्का कर रहे हैं। फिर एसडीएम के आने के बाद धरना खत्म किया गया लेकिन साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर हालात सही नहीं हुए तो फिर बड़े स्तर पर पंजाब सरकार के विरुद्ध धरना दिया जाएगा। सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि सुबह से लोग उनके दफ्तर में आ रहे हैं कि सेक्रेट्ररी सीट पर नहीं है जिससे वह चूल्हा टैक्स की रसीद नहीं ले पा रहे। वहीं वोटर लिस्टों में कई तरह की खामियां है। कई लोगों की वोट काटी जा चुकी है और कई लोगों को मरे हुए सालों हो गए हैं लेकिन अभी तक उनका नाम वोटर लिस्ट में है लेकिन यह सारी समस्याओं के हल के लिए जब लोग बीडीपीओ दफ्तर पहुंचते हैं तो अधिकारी मौजूद नहीं रहते हैं। उन्होंने कहा कि सभी ब्लाकों की शिकायतें एक जैसी ही हैं। उन्होंने कहा कि इस समय सभी अधिकारी चुनाव कमिशन के अधिकारी हैं।
सांसद औजला ने आरोप लगाया कि सरकार कह रही है कि यह निष्पक्ष चुनाव है और बिना किसी भेदभाव के चुनाव होंगे लेकिन खुद ही सभी विधायकों को बिना ऐलान किए ही चुनाव अधिकारी बना दिया है जो कि तानाशाही है। उन्होंने कहा कि वोट डालने का अधिकार सबको है लेकिन अगर सिर्फ अमृतसर की ही बात की जाए तो यहां तकरीबन 50,000 के करीब वोट काट दी गई है। कई गांवों में मौजूदा सरपंच की ही वोट काट दी गई। सांसद औजला ने कहा कि निर्देशों के मुताबिक 2017 की वोटर लिस्टों के हिसाब से ही चुनाव होंगे जबकि एक गांव के 2017 में वोट 1945 थे जबकि 2023 की लिस्टों के हिसाब से 945 वोट काट दी गई है जिसका हिसाब देने के लिए कोई भी अधिकारी सीट पर मौजूद नहीं होता है और लोग लगातार धक्के खा रहे हैं। इस अवसर पर सांसद औजला के साथ पूर्व विधायक सुनील दत्ती, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन दिनेश बस्सी, पूर्व पार्षद विकास सोनी, सरपंच सुखराद रंधावा, विपण राणा सहित कई गांवों के पूर्व पंच और सरपंच मौजूद रहे जिन्होंने तकरीबन 3 घंटे तक बीडीपीओ दफ्तर में धरना लगाया और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद मौके पर एसडीएम मौके पर पहुंचे और उन्हें सांसद औजला ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर लोगों की समस्याएं हल नहीं हुई तो वह डीसी का घेराव करेंगे लेकिन लोगों को अकेला नहीं छोड़ेंगे।
सांसद औजला ने धरना खत्म होने के बाद बताया कि वह लोगों को आ रही समस्याओं के हल के लिए कल मंगलवार को अटारी, चोगावां, अजनाला और मजीठा हल्के में शिरकत करेंगें।