राजेंद्र राणा की चिट्ठी सुखु के नाम, और मचा घमासान
- Aap ke LiyeHAMIRPURHindi News
- February 1, 2024
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राजेंद्र राणा की चिट्ठी सुखु के नाम, मचा घमासान
राजेंद्र राणा हिमाचल प्रदेश कॉंग्रेस के कद्दावर नेता हैं जिन्होंने अपने दम पर राजनीति की है. कांग्रेस में राजेन्द्र राणा ने अपना अलग वज़ूद बनाया है और इसी के कारण बह प्रदेस में और खासकर हमीरपुर में अछे खासे लोक प्रिय भी है.
राजेंद्र राणा ने कल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु के नाम एक चिट्ठी लिखी है और सोशल मीडिया पर पोस्ट भी की है. उन्होंने इसमे प्रदेश के लोगों को हो रही समस्याओं का समाधान और इसके प्रति अपनी जिम्मेदारी और साथ में प्रदेश सरकार की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाए हैं.
अपनी चिट्ठी में राजेंद्र राणा ने प्रदेश सरकार से अपने किए गए बादों को पूरा करने के लिए कहा है. उन्होंने प्रदेश में बेरोजगारी का मुद्दा उठाया है और सुजानपुर में होली के समय किए गए भी वायदों को पूरा करने के लिए कहा है.
राजेंद्र राणा ने बेरोजगारी के मुद्दे को भी उठाया है और कहा है कि प्रदेश के युवा नौकरियों के लिए परेशान हैं और काफी समय से प्रदेश के युवा अपने रिजल्ट की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उम्र की एक सीमा भी नौकरी पाने के लिए पैमाना होता है और कई युवा अब रिजल्ट की उम्मीद के साथ अब उम्र में भी पीछे छूट रहे हैं.
राजेंद्र राणा ने पिछली सरकार में भी कांस्टेबल भर्ती के मामले में भी प्रश्न चिन्ह लगाया था और प्रदेश के डीजीपी पर भी सबाल उठाए थे और उन्हें कार्यबाही करने को कहा था.
सोशल मीडिया पर उनका यह पोस्ट बाईरल हो रहा है और जिस तरह व्यूअर्स अपने विचार रख रहे हैं उससे यह प्रतीत होता है कि राजेंद्र राणा ने लोगों की दुखती रग पर हाथ रख दिया है और प्रदेश कांग्रेस सरकार को कटघरे मे खड़ा कर दिया है.
प्रदेश में अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु को आगे भी राजेंद्र राणा से इसी तरह की चिट्ठी की उम्मीद करते रहने होगा. सुखविंदर सिंह सुखु ने राजेंद्र राणा को हाशिये में करने की पूरी कोशिश की है और उन्हें कैबिनेट में स्थान ना दे कर यह सन्देश दिया है कि राजेंद्र राणा की पोलिटिकल वीसात नहीं के बराबर है, पर जिस तरह से पहले भी राजेंद्र राणा पलट कर वापिस आए हैं और लोगों का साथ लेकर चलें है इस बार भी यह लगता है कि आने बाला समय एक नई इमारत को जन्म देगा. ऊंट किस करवट बैठता है यह तो समय ही बतायेगा पर आने बाला समय सुखविंदर सिंह सुखु के लिए कठिन होगा अगर उन्होंने राजेंद्र राणा को कम आंकने की गलती की तो.
प्रदेश में राजेंद्र राणा की चिट्ठी ने घमासान पैदा कर दिया है और अपनी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. ज्वलंत मुद्दे उठा कर उन्होंने यह मैसेज दे दिया है कि प्रदेश की सरकार अभी भी एक साल होने के बाबजूद ठीक से कार्य नहीं कर रही है.