Shimla Police Busts ( शिमला पुलिस ने बड़े ड्रग रैकेट का किया भंडाफोड़) Major Drug Racket

Shimla Police Busts ( शिमला पुलिस ने बड़े ड्रग रैकेट का किया भंडाफोड़) Major Drug Racket

 Shimla Police Busts ( शिमला पुलिस ने बड़े ड्रग रैकेट का किया भंडाफोड़) Major Drug Racket: Inter-State ‘Chitta’ Network Unearthed

In a major crackdown on drug trafficking, the Shimla Police has busted an interstate ‘chitta’ (adulterated heroin) racket that had been operating for nearly six years under the guise of apple trading in Upper Shimla. The mastermind, Shashi Negi, alias Shahi Mahatma, along with 40 associates, was involved in supplying drugs across Himachal Pradesh, with connections extending to Nigerian drug gangs in Delhi, Haryana, and Kashmir. This operation highlights the increasing toll of drug abuse on local communities and the remarkable efforts of the police in dismantling the network.

Shashi Negi was the sole link between the demand and supply chain, ensuring he never came into direct contact with his partners to evade law enforcement. His sophisticated operation ran seamlessly through WhatsApp, where verified drug users would place orders. Negi’s team managed the distribution, ensuring the drugs passed through four different hands before reaching the customer, minimizing the risk of detection. Payments were processed through multiple bank accounts, with the final sum deposited into Negi’s account in Solan.


शिमला पुलिस ने बड़े ड्रग रैकेट का किया भंडाफोड़, अंतरराज्यीय ‘चिट्टा’ नेटवर्क का खुलासा

शिमला पुलिस ने एक बड़े अभियान में लगभग छह साल से चल रहे अंतरराज्यीय ‘चिट्टा’ (मिलावटी हेरोइन) रैकेट का पर्दाफाश किया, जो ऊपरी शिमला में सेब व्यापार की आड़ में संचालित हो रहा था। इस रैकेट का सरगना शशि नेगी उर्फ शाही महात्मा और उसके 40 सहयोगी हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में ड्रग्स की सप्लाई कर रहे थे। नेगी के संपर्क नाइजीरियाई ड्रग गिरोहों के साथ दिल्ली, हरियाणा और कश्मीर तक फैले हुए थे। इस ऑपरेशन से न केवल हिमाचल के स्थानीय समुदायों पर नशे के बढ़ते असर का पता चला है, बल्कि पुलिस की सराहनीय कार्रवाई ने इस नेटवर्क को ध्वस्त किया है।

शशि नेगी ने अपने ड्रग कारोबार को सुरक्षित रखने के लिए बेहद चतुराई से काम किया, जहां वह कभी सीधे अपने पार्टनरों के संपर्क में नहीं आया। व्हाट्सएप के जरिए ऑर्डर लिए जाते थे और चार अलग-अलग लोगों के माध्यम से ड्रग्स ग्राहक तक पहुंचाए जाते थे। पुलिस ने खुलासा किया कि 15 महीनों में नेगी के बैंक खातों में लगभग 2.5-3 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है।

पुलिस ने 20 सितंबर, 2024 को नेगी के सहयोगी मुदस्सिर अहमद मोची को कुपवाड़ा, जम्मू-कश्मीर से 465 ग्राम चिट्टा के साथ गिरफ्तार किया था, जिसके बाद नेगी तक पहुंचने में सफलता मिली। पुलिस ने अब तक नेगी के 25 सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है और एनडीपीएस एक्ट के तहत पांच प्राथमिकी दर्ज की हैं।


Negi’s luck ran out on September 20, 2024, following the arrest of his associate Mudasir Ahmed Mochi, a resident of Kupwara, Jammu and Kashmir. Mochi was apprehended with 465 grams of chitta in Kharapathar, marking Shimla’s largest drug bust this year. SP Shimla, Sanjeev Kumar Gandhi, revealed that the arrest of Mochi led directly to Shashi Negi and ultimately to the unravelling of the entire drug network.

This meticulously planned drug racket had been causing severe social and health issues in regions such as Rohru, Jubbal-Kotkhai, and Theog. Local communities have been bearing the brunt of rampant drug abuse, with countless families affected by the addiction to chitta. The bust brings much-needed relief, but it also underscores the scale of the drug menace in the state.

The police’s investigation uncovered a financial trail of Rs 2.5-3 crore over the past 15 months, linked to the gang’s operations. So far, 25 of Negi’s associates have been arrested, with five FIRs already registered under the Narcotic Drugs and Psychotropic Substances Act.

Shimla Police’s success in dismantling this well-coordinated drug syndicate is a significant step forward in the fight against drug trafficking in Himachal Pradesh. The crackdown is a warning to those involved in the trade that law enforcement is closing in on them.

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