धनतेरस पर धनिया खरीदने का खास महत्व – जानें इसके पीछे की मान्यता!

धनतेरस पर धनिया खरीदने का खास महत्व – जानें इसके पीछे की मान्यता!

धनतेरस पर धनिया खरीदने का खास महत्व – जानें इसके पीछे की मान्यता!

धनतेरस, दीपावली का पहला दिन, धन और समृद्धि से जुड़ा एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन लोग नई चीजें खरीदते हैं, विशेषकर धातु की वस्तुएं, ताकि उनके जीवन में समृद्धि आए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनतेरस के दिन धनिया खरीदने का भी एक विशेष महत्व है?

धनतेरस के दिन धनिया खरीदना एक पुरानी परंपरा है। यह न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि यह एक शुभ कार्य भी माना जाता है। धनिया को खरीदकर और इसका सही तरीके से उपयोग करके आप अपने जीवन में धन और समृद्धि ला सकते हैं।

धनतेरस के पावन अवसर पर धनिया खरीदना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इसके पीछे धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताएं हैं जो हमारी संस्कृति में गहराई से जुड़ी हुई हैं। ऐसा माना जाता है कि धनतेरस के दिन धनिया खरीदने से माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।

धनिया का धार्मिक महत्व

  • लक्ष्मी जी को प्रिय: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, धनिया माता लक्ष्मी को बेहद प्रिय है। इसे खाद्य धान्य भी कहा जाता है और माना जाता है कि यह धन और समृद्धि का प्रतीक है।
  • कुबेर की पूजा: धनतेरस के दिन कुबेर की पूजा भी की जाती है, जो धन के देवता हैं। धनिया को कुबेर को भी अर्पित किया जाता है।
  • अगले साल का भविष्यफल: कुछ लोग मानते हैं कि धनतेरस के दिन खरीदे गए धनिए से अगले साल का भविष्यफल जाना जा सकता है।

धनिया का उपयोग कैसे करें

  • लक्ष्मी पूजन में: धनिए को लक्ष्मी जी के चरणों में रखकर पूजा की जाती है।
  • तिजोरी में रखें: धनिए को एक कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखने से धन लाभ होता है।
  • भोग लगाएं: धनिए को गुड़ के साथ मिलाकर लक्ष्मी जी को भोग लगाया जा सकता है।

क्यों खरीदते हैं धनिया

  • धन वृद्धि: धनिया खरीदने से घर में धन की वृद्धि होती है।
  • समृद्धि: धनिया समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
  • नकारात्मक ऊर्जा दूर: धनिया नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करता है।

आइए जानते हैं धनतेरस पर धनिया खरीदने के पीछे के मुख्य धार्मिक कारण:

  1. माँ लक्ष्मी का प्रिय – धनतेरस पर धनिया खरीदने का प्रमुख कारण यह है कि धनिया माँ लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है। इसे खरीदकर हम माँ लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त कर सकते हैं।
  2. धन संकट से मुक्ति – ऐसी मान्यता है कि धनतेरस पर धनिया खरीदने से व्यक्ति को धन से संबंधित समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता और उसकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होती है।
  3. पूजा में अर्पित करना – माँ लक्ष्मी की पूजा के दौरान धनिए के दाने माँ के चरणों में अर्पित करना चाहिए। इससे माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और घर में समृद्धि का वास होता है।
  4. समेटकर तिजोरी या संदूक में रखना – पूजा के बाद धनिए के कुछ दानों को समेटकर तिजोरी या धन-संदूक में रखना चाहिए। यह शुभता और समृद्धि को बनाए रखने में सहायक होता है।
  5. मिट्टी में डालना – धनतेरस की पूजा के बाद कुछ धनिया के दाने घर की मिट्टी में बोने का भी प्रचलन है। इसे शुभ और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
  6. सुख-समृद्धि और मेहनत का फल – मान्यता है कि धनतेरस पर धनिया खरीदने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है और बच्चों को उनके मेहनत का पूरा फल मिलता है।

धनतेरस के दिन धनिया खरीदने की परंपरा हमें न केवल आध्यात्मिक सुख देती है बल्कि हमारे जीवन में भी समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। यह धार्मिक अनुष्ठान घर-परिवार में खुशियाँ और मंगलमय वातावरण लेकर आता है।

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