अंतर्राष्ट्रीय लवी मेले के अवसर पर NJHPS की शुभकामनाएँ, ऊर्जा उत्पादन में नए कीर्तिमान के साथ सामाजिक जुड़ाव भी मजबूत

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में आयोजित होने वाले ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय लवी मेले के अवसर पर नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट (NJHPS) ने देश और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ प्रेषित की हैं। यह संदेश केवल औपचारिक अभिवादन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसके माध्यम से परियोजना के स्थानीय समाज के साथ निरंतर और सक्रिय जुड़ाव को भी रेखांकित किया गया है। सतलुज नदी पर स्थित यह परियोजना सतलुज जलविद्युत निगम (SJVN) के अंतर्गत संचालित होती है और देश की ऊर्जा सुरक्षा में इसकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।

लवी मेला, जो सदियों से हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक पहचान का प्रतीक रहा है, आज भी क्षेत्रीय परंपराओं, व्यापारिक गतिविधियों और जनसहभागिता का जीवंत मंच बना हुआ है। ऐसे में NJHPS द्वारा इस अवसर को स्मरण करना यह दर्शाता है कि आधुनिक बुनियादी ढाँचा परियोजनाएँ केवल तकनीकी और उत्पादन लक्ष्यों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे स्थानीय संस्कृति और समाज के साथ सामंजस्य बनाकर आगे बढ़ने की दिशा में भी सजग हैं।

गौरतलब है कि अक्टूबर 2025 में नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट ने बिजली उत्पादन के क्षेत्र में नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं। देश की सबसे बड़ी भूमिगत जलविद्युत परियोजनाओं में शामिल यह संयंत्र निरंतर उच्च उत्पादन के माध्यम से राष्ट्रीय ग्रिड को मजबूती प्रदान कर रहा है। SJVN के अंतर्गत संचालित यह परियोजना न केवल उत्तर भारत बल्कि पूरे देश की ऊर्जा मांग को संतुलित करने में अहम योगदान दे रही है, विशेषकर ऐसे समय में जब स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की आवश्यकता लगातार बढ़ रही है।

NJHPS प्रबंधन की ओर से लवी मेले के अवसर पर दिए गए शुभकामना संदेश को स्थानीय लोगों ने सकारात्मक रूप से लिया है। क्षेत्रीय समाज के साथ संवाद, सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत किए जा रहे कार्य और सांस्कृतिक आयोजनों में सहभागिता, परियोजना की उस सोच को दर्शाते हैं जिसमें विकास और परंपरा को साथ-साथ आगे बढ़ाने पर बल दिया गया है। स्थानीय स्तर पर शिक्षा, स्वास्थ्य और सामुदायिक विकास से जुड़ी पहलों के माध्यम से भी परियोजना का सामाजिक प्रभाव लगातार दिखाई देता रहा है।

ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ सामाजिक संवेदनशीलता का यह संतुलन NJHPS को अन्य परियोजनाओं से अलग पहचान देता है। लवी मेले जैसे पारंपरिक आयोजनों से जुड़कर यह संदेश स्पष्ट होता है कि देश की ऊर्जा सुरक्षा में योगदान देने वाली बड़ी परियोजनाएँ भी स्थानीय संस्कृति और जनभावनाओं का सम्मान करते हुए कार्य कर सकती हैं।

इस प्रकार, अंतर्राष्ट्रीय लवी मेले के अवसर पर NJHPS की शुभकामनाएँ न केवल एक औपचारिक संदेश हैं, बल्कि यह उस व्यापक दृष्टिकोण का प्रतीक हैं जिसमें ऊर्जा, विकास और संस्कृति एक-दूसरे के पूरक बनकर आगे बढ़ते हैं।