शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजनीति में आज नया विवाद तब खड़ा हो गया जब भाजपा प्रदेश महामंत्री संजीव कटवाल ने शिमला में प्रेस वार्ता कर कांग्रेस सरकार और मंत्री जगत सिंह नेगी को तीखे शब्दों में घेरा। कटवाल ने कहा कि हाल के दिनों में मंत्री जगत नेगी द्वारा विधानसभा में दिए गए बयान न केवल तथ्यहीन थे, बल्कि भाषा की मर्यादा को तोड़कर राजनीतिक शालीनता को भी चोट पहुंचाने वाले थे। उनके अनुसार, बिना प्रमाण के संघ को कटघरे में खड़ा करना कांग्रेस की मानसिक हताशा और राजनीतिक दिवालियापन को दर्शाता है।

भाजपा नेता ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 1925 से राष्ट्रनिर्माण और समाजसेवा में सक्रिय संगठन है, ऐसे में उसके खिलाफ काल्पनिक और आधारहीन आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मांग की कि मंत्री जगत नेगी अपने विवादित बयान पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
कटवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार जनता के मुद्दों से पूरी तरह भटकी हुई है। उन्होंने कहा कि मंत्री जगत नेगी जब मंडी जिले में आपदा प्रभावितों से मिलने पहुंचे, तो राहत की मांग करने वाले पीड़ितों पर ही एसएआर के तहत मामला दर्ज करवा दिया गया। कटवाल के अनुसार, यह सरकार की जनविरोधी कार्यशैली और संवेदनहीनता का स्पष्ट उदाहरण है।
इसी प्रेस वार्ता में भाजपा नेता ने एक और गंभीर मुद्दा उठाया, जो कांग्रेस सरकार के लिए परेशानी का कारण बन रहा है — मंत्री जगत नेगी के पुत्र विक्रम नेगी पर घरेलू हिंसा से लेकर मानसिक प्रताड़ना, धमकियों और हत्या के प्रयास तक कई आरोप उनकी पत्नी द्वारा लगाए गए हैं। कटवाल ने कहा कि शिकायतों के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होना कई सवाल खड़े करता है।
विक्रम नेगी के खिलाफ लगाए गए मुख्य आरोपों में शामिल हैं —
• चार साल में लगभग 15 से 16 बार मारपीट
• गला दबाकर हत्या का प्रयास
• जातिगत टिप्पणी और रोजाना अपमान
• शादी के गहने जब्त करना
• मानसिक प्रताड़ना और खर्चा-पानी बंद
• शिकायत दर्ज होने के बाद भी “मंत्रीपुत्र” होने के कारण कार्रवाई का रुकना
भाजपा नेता ने कांग्रेस सरकार की चुप्पी को शर्मनाक बताते हुए पूछा कि महिलाओं की सुरक्षा पर बड़े-बड़े दावे करने वाली कांग्रेस इस मामले में कार्रवाई करने से क्यों हिचक रही है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक परिवार की पीड़ा नहीं, बल्कि प्रदेश की हर उस महिला का प्रश्न है, जो न्याय की उम्मीद लेकर कानून व्यवस्था पर भरोसा करती है।
कटवाल ने चेतावनी दी कि भाजपा और प्रदेश की जनता इस मामले पर कांग्रेस की चुप्पी स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से तुरंत स्पष्ट जवाब और कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि यदि सरकार ने जिम्मेदारी नहीं दिखाई तो जनता इसे बड़ा मुद्दा बनाएगी।
यह पूरा मामला प्रदेश की राजनीतिक हवा को और तीखा कर गया है, और आने वाले दिनों में इस विवाद के और बढ़ने की संभावना है।




