शाहपुर,
शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के दुर्गम गांव जांवली में भारी बारिश से प्रभावित परिवारों की पीड़ा को समझने के लिए विधायक एवं उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने आज जमीनी स्तर पर पहुंचकर संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का परिचय दिया। लगभग दो किलोमीटर पैदल कठिन रास्ता तय कर गांव पहुंचे विधायक ने आपदा से प्रभावित परिवारों से सीधा संवाद किया और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना।
इस वर्ष हुई भारी वर्षा के चलते जांवली गांव के आठ परिवारों की भूमि बह गई थी, जबकि उनके आवास भी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे। लंबे समय से असुरक्षा और अनिश्चितता का सामना कर रहे इन परिवारों के बीच पहुंचकर विधायक ने उन्हें ढांढस बंधाया और आश्वस्त किया कि वन अधिकार नियमों के तहत उन्हें शीघ्र भूमि आवंटित की जाएगी। उन्होंने संबंधित विभागों को आवश्यक औपचारिकताएं बिना देरी पूरी करने के निर्देश देते हुए कहा कि राहत कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि आपदा के समय सरकार की जिम्मेदारी केवल कागजी औपचारिकताओं तक सीमित नहीं होती, बल्कि पीड़ितों तक वास्तविक सहायता पहुंचाना ही सुशासन की कसौटी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रभावित परिवारों का पुनर्वास प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा, ताकि वे जल्द सामान्य जीवन की ओर लौट सकें।
इससे पूर्व विधायक ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करेरी के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय परिसर में लगभग 10 लाख रुपये की लागत से बनने वाली सुरक्षा दीवार का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को सुरक्षित और बेहतर शैक्षणिक वातावरण देना प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।
अपने संबोधन में विधायक ने शिक्षा व्यवस्था में किए जा रहे सुधारों का उल्लेख करते हुए बताया कि सरकारी विद्यालयों में क्लस्टर प्रणाली लागू की जा रही है। इस व्यवस्था से आसपास के विद्यालयों के संसाधनों जैसे प्रयोगशालाएं, खेल मैदान, पुस्तकालय और शैक्षणिक उपकरणों का साझा और बेहतर उपयोग संभव होगा, जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी।
उन्होंने कहा कि वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का महत्वपूर्ण मंच होते हैं। ऐसे आयोजनों से बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है और अभिभावकों को उनके बच्चों की शैक्षणिक व सह-शैक्षणिक प्रगति की स्पष्ट जानकारी मिलती है।
विधायक ने क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि घेरा से सुक्कुघाट, चमियारा और भितलु सड़क का निर्माण कार्य 2.83 करोड़ रुपये की लागत से प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त, सल्ली से खड़ी बही सड़क पर भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से हुए नुकसान की मरम्मत का कार्य भी जारी है, जिस पर 3.43 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा रही है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि सड़क मरम्मत कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए। वहीं, घेरा से वरनेट सड़क का निर्माण भी 2.13 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित है।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। मुख्य अतिथि ने शैक्षणिक और अन्य गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य पवन कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारी, जनप्रतिनिधि, विद्यालय स्टाफ, छात्र-छात्राएं, अभिभावक और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। विधायक का यह दौरा न केवल आपदा प्रभावित परिवारों के लिए भरोसे का संदेश लेकर आया, बल्कि क्षेत्रीय विकास और शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है।






