सिरमौर जिले में पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी क्रम में नाहन में शुक्रवार को अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय सभागार में पल्स पोलियो प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त नाहन ने की, जिसमें अभियान के प्रत्येक पहलू पर विस्तार से चर्चा की गई।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि पल्स पोलियो अभियान के तहत 21 दिसंबर 2025 को जिले भर में शून्य से पांच वर्ष आयु वर्ग के लगभग 56,531 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए जिले में कुल 534 पोलियो बूथ स्थापित किए जाएंगे, जबकि 1776 घर-घर टीमों और 40 मोबाइल टीमों को तैनात किया जाएगा, ताकि कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रह जाए।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि 21 दिसंबर को बूथों पर पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जाएंगी, जबकि 22 और 23 दिसंबर को घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चों को कवर किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि अभियान के दौरान किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाए कि शत-प्रतिशत बच्चों को पोलियो की खुराक मिले।
बैठक में कहा गया कि जिला सिरमौर ने पल्स पोलियो अभियान को केवल एक स्वास्थ्य कार्यक्रम न मानकर जन आंदोलन के रूप में अपनाया है। अतिरिक्त उपायुक्त ने इसे सामूहिक जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि शून्य से पांच वर्ष आयु के सभी बच्चों को अनिवार्य रूप से पोलियो की खुराक पिलाई जानी चाहिए, क्योंकि एक भी बच्चा छूटना भविष्य के लिए खतरा बन सकता है।
उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि अभियान के संबंध में स्कूलों में प्रार्थना सभाओं के दौरान बच्चों और अभिभावकों को जागरूक किया जाए, ताकि संदेश घर-घर तक पहुंचे। इसी तरह महिला एवं बाल विकास विभाग को भी निर्देश दिए गए कि आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए, ताकि छोटे बच्चों को समय पर पोलियो ड्रॉप्स मिल सकें।
स्वास्थ्य विभाग को विशेष रूप से प्रवासी आबादी, झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों, दूर-दराज और दुर्गम इलाकों पर अतिरिक्त ध्यान देने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने कहा कि इन क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों के छूटने की संभावना अधिक रहती है, इसलिए मोबाइल टीमों की तैनाती और निगरानी को और मजबूत किया जाए।
अतिरिक्त उपायुक्त ने पुलिस और परिवहन विभाग के समन्वय पर भी जोर दिया। उन्होंने यातायात पुलिस को निर्देश दिए कि यदि 21 दिसंबर के दिन किसी वाहन में शून्य से पांच वर्ष आयु का बच्चा यात्रा करता हुआ पाया जाए, तो सड़क किनारे पोलियो बूथ लगाकर उसे वहीं पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जाएं, ताकि कोई भी बच्चा अभियान से बाहर न रहे।
बैठक में यह भी सुनिश्चित किया गया कि स्वास्थ्य कर्मियों और फील्ड टीमों को आवश्यक दवाइयों, लॉजिस्टिक सपोर्ट और प्रशिक्षण समय पर उपलब्ध कराया जाए। अधिकारियों ने कहा कि पल्स पोलियो अभियान की सफलता के लिए विभागों के बीच बेहतर समन्वय और जमीनी स्तर पर सतर्कता बेहद जरूरी है।
इस समीक्षा बैठक में सहायक आयुक्त एवं खंड विकास अधिकारी नाहन, अतिरिक्त जिला उपायुक्त डॉ. इंद्र शर्मा, स्वास्थ्य अधीक्षक मेडिकल कॉलेज नाहन डॉ. शेष चौहान, महाप्रबंधक उद्योग रचित शर्मा, जिला पंचायत अधिकारी डी. विपिन कुमार, रोटरी क्लब नाहन के अध्यक्ष मनीष जैन सहित विभिन्न स्वास्थ्य खंडों के चिकित्सा अधिकारी और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रशासन ने जिलेवासियों से भी अपील की है कि वे इस राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान में सहयोग करें और अपने आसपास के सभी पात्र बच्चों को समय पर पोलियो की खुराक दिलाना सुनिश्चित करें, ताकि सिरमौर जिला पोलियो मुक्त भारत के लक्ष्य में अपना योगदान पूरी मजबूती से दे सके।





