सब्लेटिंग का भी है मामला, लाखों की धोखाधड़ी का भी किया जिक्र, तुरंत कार्रवाई की उठाई मांग
बीरबल शर्मा
मंडी, 29 मई। हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में प्लाटों को आगे से आगे लीज पर देने, सबलेटिंग करने व नियमों के खिलाफ लेनदेन करके सरकार को राजस्व का मोटा चूना लगाने की खबरें लगातार सुर्खियों में रहती आई हैं। ताजा मामला भी इसी तरह का है जिसमें रमेश गोयल मकान नंबर 257 सेक्टर 10 पंचकूला हरियाणा ने उजागर किया है। उन्होंने प्रबंध निदेशक हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम को एक पत्र भेज कर इसमें सनसनीखेज खुलासा किया है। यह पत्र बद्दी में प्लाटों को लेकर लगातार हो रहे घालपेल की ओर इशारा करता है जिसे लेकर सरकार को सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है। रमेश गोयल ने कहा कि उनके साथ भी धोखाधड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के प्लाट नंबर 14 की लीज, सब्लेटिंग व खरीद फरोख्त को लेकर नियमों की सरेआम अवेहलना हुई है। पहले तो इसे 49 प्रतिशत जो लीज की अधिकतम सीमा है उससे अधिक लीज पर दे दिया गया। नियमों के अनुसार इसे निर्धारित अवधि में बिना सरकार व निगम की मंजूरी से सब्लेट नहीं किया जा सकता मगर कर दिया गया। यही नहीं उनके साथ भी इसका 5 करोड़ 51 लाख का सौदा किया गया जिसकी एवज में उन्होंने 20 लाख पेशगी दी व 31 मार्च 2025 की तारीख का 1 करोड़ 30 लाख का चेक जो आईसीआईसीआई बैंक का 000641 नंबर है वह भी दिया व बाकी की राशि 5 जून 2025 तक अदा करने का अनुबंध हुआ। इस अनुबंध के बीच में ही इसे किसी और को बेचने की भी चर्चा सामने आई। रमेश गोयल ने अपने पत्र में प्रबंध निदेशक से आग्रह किया है कि लीज, खरीद फरोख्त व लेन देन पर तुरंत रोक लगाई जाए। इस प्रक्रिया में सरकार व निगम को लाखों का राजस्व चूना लगाया गया है उसकी वसूली की जाए, इसकी अलॉटमेंट को रद्द किया जाए , प्लाट को वापस लेकर इसे नियमों के अनुसार आवंटित किया जाए व संबंधित फर्म के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए। इसके अलावा इस सारे प्रकरण की जांच की जाए। इस बारे में हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के कार्यालय से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई मगर गुरुवार को महाराणा प्रताप की जयंती की छुट्टी होने के चलते कोई संपर्क नहीं हो सका। रमेश गोयल ने अपने साथ हुए धोखे को लेकर भी कार्रवाई का आग्रह किया है।