अमृतसर, ( राहुल सोनी ) पंजाब की सीमाओं पर बढ़ते तनाव के मद्देनज़र, फिक्की एफएलओ अमृतसर, जिसकी अध्यक्षता मोना सिंह कर रही हैं, ने एक समयोचित और प्रभावशाली सत्र “अमृतसर आगे: संकल्प और पुनरुत्थान” का आयोजन किया, जिसमें सांसद गुरजीत सिंह औजला शामिल हुए।सरोवर प्रीमियर में आयोजित इस सत्र में महिला नेताओं, उद्यमियों और समुदाय के सदस्यों ने भाग लिया, ऐसे समय में जब शहर भय, ब्लैकआउट्स और आतंक के साये में रहने की मानसिक थकान से जूझ रहा है। अपने भावुक संबोधन में मोना सिंह ने माताओं की अदृश्य शक्ति, बच्चों की आंखों में छिपे डर और सशस्त्र बलों में अडिग आस्था का उल्लेख किया, जिसने हालिया अशांत दिनों में अमृतसर को एकजुट रखा। गुरजीत औजला, जो अपनी सुलभ नेतृत्व शैली और क्षेत्र की गहरी समझ के लिए जाने जाते हैं, ने इन भावनाओं और चिंताओं को सीधे संबोधित किया। राष्ट्रीय सुरक्षा उपायों से लेकर व्यापार और नागरिक जीवन पर प्रभाव तक, उन्होंने विस्तार से जानकारी दी और भरोसा, पारदर्शिता व दिशा प्रदान की। उन्होंने शांति बनाए रखने, सामुदायिक एकता और भारत की सशस्त्र सेनाओं की सुरक्षा क्षमता में निरंतर विश्वास बनाए रखने की अपील की, साथ ही राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे समन्वित प्रयासों को रेखांकित किया।
यह सत्र एक ज़रूरी सत्य और एकता का क्षण बनकर उभरा। ऐसे समय में जब असमंजस और भय व्याप्त था, इसने स्पष्टता, आश्वासन और सामूहिक शक्ति की नई भावना प्रदान की। इस प्रकार की बातचीत केवल समयोचित नहीं, बल्कि आत्मविश्वास पुनर्निर्माण और अमृतसर की भावना को फिर से पुष्ट करने के लिए अत्यंत आवश्यक है।