स्वास्थ्य विभाग ने अमृत मिशन के अंतर्गत स्टेमी परियोजना के तहत मरीज की जान बचाई

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अमृतसर ( राहुल सोनी ) पंजाब सरकार के आदेशानुसार स्वास्थ्य मंत्री पंजाब डॉ. बलबीर सिंह द्वारा 1 जुलाई 2025 को पंजाब के कुल 23 जिलों में अमृत मिशन के तहत स्टेमी कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। जो गंभीर हार्ट अटैक के मरीजों के लिए वरदान साबित हुआ है।
इसी कार्यक्रम के तहत अमृतसर जिले में सिविल सर्जन अमृतसर डॉ. किरणदीप कौर ने डिप्टी कमिश्नर मैडम साक्षी साहनी के सहयोग से अमृत मिशन के तहत स्टेमी परियोजना के तहत सिविल अस्पताल अमृतसर में एक मरीज की जान बचाई। इस अवसर पर जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर ने बताया कि अमृत मिशन (एक्यूट मायोकार्डियल रिपरफ्यूजन इन टाइम) मिशन के अंतर्गत स्टेमी (एसटी सेगमेंट एलिवेटेड मायोकार्डियल इंफार्क्शन) प्रोग्राम के तहत गंभीर हार्ट अटैक के मरीजों को टेनियाक्टाइलेज नामक इंजेक्शन लगाया जाता है, जो कि विशेषज्ञ डॉक्टर की देखरेख में ईसीजी रिपोर्ट की जांच के बाद लगाया जाता है। यह इंजेक्शन गंभीर हार्ट अटैक के मरीजों को बड़ी राहत पहुंचाता है, इस प्रोग्राम के तहत बाजार में काफी महंगे रेट पर मिलने वाला यह टीका सरकार की ओर से सिविल अस्पतालों और एसडीएच स्तर पर मुफ्त मुहैया करवाया जाता है। इस प्रोग्राम के तहत सिविल अस्पताल अमृतसर में एसएमओ डॉ. रश्मि विज और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने स्टेमी प्रोग्राम के तहत गंभीर हार्ट अटैक से पीड़ित एक मरीज को समय रहते जीवन रक्षक इंजेक्शन लगाया और मरीज की जान बचाई। इसके बाद मरीज को मेडिकल कॉलेज अमृतसर रेफर कर दिया गया। जहां डीएम कार्डियोलॉजी डॉ. परमिंदर सिंह मरीज का बाकी इलाज कर रहे हैं। इस अवसर पर जिला परिवार कल्याण अधिकारी सह नोडल अधिकारी स्टेमी कार्यक्रम डॉ. नीलम भगत ने बताया कि स्टेमी कार्यक्रम के तहत जिला स्तर पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बनाई गई है, जो आपातकालीन परिस्थितियों में मरीज की ईसीजी व अन्य रिपोर्ट की जांच के बाद इस इंजेक्शन की सिफारिश करते हैं। इस इंजेक्शन की मदद से कई गंभीर हार्ट अटैक के मरीजों की जान बचाई जा सकेगी।

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