खालसा कॉलेज फार वूमैन में दसवां अमृतसर इंटरनेशनल फोक फेस्टिवल में कोलबियाई डांसरों ने दिखाया हुनर

कोलंबियाई व पंजाबी फोक सुमेल में दिखा अदभुत नजारा

कुमार सोनी

अमृतसर, खालसा कॉलेज फॉर वूमेन में कोलंबिया से आए कलाकारों ने दसवें अमृतसर इंटरनेशनल फोक फेस्टिवल के दौरान कला के जलवे दिखाए। इस प्रोग्राम के दौरान कोलंबिया की टीम ‘पोरिटो-डी-ओरो-डी-कोलंबिया‘ ने अपने देश के पारंपरिक गीतों और नृत्यों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान पंजाब की समृद्ध विरासत की एक झलक तब देखने को मिली जब खालसा संस्था के विद्यार्थियों ने भांगड़ा, गिद्दा और गतके की प्रस्तुति बहुत ही मनमोहक अंदाज में दी। खालसा कॉलेज गवर्निंग काउंसिल और पंजाब कल्चरल प्रमोशन काउंसिल द्वारा संयुक्त रूप से पेश किए गए पारंपरिक लोक नृत्य को कोलंबियाई लोगों की एक टीम ने विरासत का अद्भुत उदाहरण पेश किया। कोलंबिया के कलाकारों और उक्त कॉलेज के अलावा अन्य छात्रों द्वारा पंजाबी कला का सामान्य नमूना मंच पर प्रस्तुत किए जाने पर दर्शक नाचने से खुद को रोक नहीं पाए। विदेशी कलाकारों के लिए पंजाबी संस्कृति से जुड़ी यह प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र रही। 13 सदस्यीय कोलंबियाई प्रतिनिधिमंडल, जिसका नेतृत्व निदेशक रोजी ने किया था और इसमें डैनी जोएल अकोस्टा गोमेज, एरी एम ओस्पिनो, निक्टेक एन पोस, एलिक्स शफर, आरबी ग्वेरा-मुनोज, जूलियो कैमार्गो, विलियम जेवियर, लिजेथ सरीना रिकार्डो, जुआन मैनुअल आरागान कास्त्रो, जेवियर अल्बर्टो बुला गार्सिया, डायना कैरोलिना कास्टानेडा बैरागन, मिलेना एस्थर तापिया पिंटो और जोस मैनुअल नीटो क्विन्टेरो उपस्थित लोगों में से थे, ने कहा कि वे पंजाबी संस्कृति की हृदयस्पर्शी प्रस्तुति से रूबरू हुए हैं और उसे देखकर पंजाबियों की महान संस्कृति पर गर्व महसूस कर रहे हैं। उक्त विदेशी कलाकारों, लड़के और लड़कियों ने कॉलेज के छात्रों के साथ मिलकर नृत्य किया और उपस्थिति का मनोरंजन किया।

खालसा गवर्निंग काउंसिल के आनरेरी सचिव राजिंदर मोहन सिंह छीना, जो मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए, ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विभिन्न देशों में सांस्कृतिक संपर्क का समर्थन करते हैं। इससे हमें एक-दूसरे की विरासत के बारे में जानने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव का मकसद विभिन्न संस्कृतियों में समानता पेश करना है। पंजाब सांस्कृतिक कौंसिल के अध्यक्ष डा. दविंदर सिंह छीना ने कहा कि महोत्सव श्रंखला का यह 10वां मेला है। डा. छीना ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय उत्सव का उद्देश्य खालसा कॉलेज की समृद्ध विरासत को दुनिया के देशों और संस्कृतियों तक पहुंचाना और विश्व शांति, बहुसंस्कृतिवाद को बढ़ावा देना है।

इस अवसर पर राजिंदर मोहन सिंह छीना, लेखक डॉ. जसबीर सिंह सरना, सिख उपदेशक भाई अरजिंदर सिंह खालसा, शिक्षा प्राध्यापक डा. सतिंदर कौर ढिल्लों, केसीजीसी टीवी चैनल डॉ. अजयपाल सिंह ढिल्लों, सूफी कलाकार श्रुति सहोता, नेशनल स्पोर्ट्स स्टार मनवीर कौर को हेरिटेज अवार्ड से सम्मानित किया गया। अंत में कॉलेज प्राचार्य डॉ. सुरिंदर कौर ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अतिथियों का धन्यवाद किया और कहा कि अन्य देशों की विरासत को जानने के लिए स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों के स्तर पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।

 

इस मौके पर संयुक्त सचिव राजबीर सिंह, सदस्य गुरमहिंदर सिंह, सरबजीत सिंह होशियार नगर, खालसा कॉलेज प्राचार्य डा. महल सिंह, खालसा कॉलेज ऑफ एजुकेशन जीटी रोड के प्राचार्य डॉ. हरप्रीत कौर, खालसा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की प्रिंसिपल डॉ. मंजू बाला, खालसा कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्या कमलजीत कौर व स्कूल स्टाफ, छात्र-छात्राएं आदि मौजूद रहे।

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