
प्रेम संबंध बना मौत की वजह, पुलिस की गहन जांच से खुला खौफनाक राज
- Aap ke LiyeHindi NewsKANGRA
- February 22, 2025
- No Comment
- 138
ज्वालामुखी थाना क्षेत्र में अधजली अवस्था में बरामद हुई लाश ने इलाके में सनसनी फैला दी थी। मृतक की पहचान पंकज कुमार, निवासी वटाहण, पंचरुखी के रूप में हुई, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पहले ही पंचरुखी थाने में 19 जनवरी को दर्ज करवाई गई थी। पुलिस के लिए यह एक अत्यंत चुनौतीपूर्ण मामला था, क्योंकि न सिर्फ शव की स्थिति भयावह थी, बल्कि अपराध को अंजाम देने के बाद सबूतों को नष्ट करने का पूरा प्रयास किया गया था।
परिवार और पड़ोसियों ने पुलिस पर दबाव बनाया कि इस मामले की गहराई से जांच की जाए। पंकज के माता-पिता और स्थानीय लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे थे, ताकि पुलिस जल्द से जल्द सच्चाई तक पहुंचे। प्रारंभिक जांच में कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग रहे थे, लेकिन जब पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और कॉल डिटेल्स की बारीकी से जांच शुरू की, तो एक चौंकाने वाला सच सामने आया।
इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि मृतक की कथित प्रेमिका निशु बाला निकली। जांच में खुलासा हुआ कि निशु बाला और पंकज कुमार के बीच पुराने मतभेद चल रहे थे। 18 जनवरी को निशु ने पंकज को अपने घर बुलाया, जहां उसने पहले से रची गई साजिश के तहत लोहे के औजार से उसके सिर पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद निशु बाला ने लाश को घर में बंद कर दिया और खुद शादी समारोह में भाग लेने के लिए पालमपुर चली गई, ताकि किसी को शक न हो।
शादी से लौटने के बाद निशु बाला ने अपने पति सुशील कुमार, पिता उत्तम चंद, बहन रजनी, बहनोई अजय और बहन के बेटे अभिषेक के साथ मिलकर शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। इस खौफनाक साजिश को अंजाम देने के लिए सभी आरोपियों ने लाश को एक कंबल में लपेटा और निजी वाहन में डालकर ज्वालामुखी क्षेत्र के जंगल में फेंक दिया। अपराध को पूरी तरह छिपाने के लिए कंबल और वाहन के कवर को जंगल में जला दिया गया और सबूत मिटाने के लिए गाड़ी को पूरी तरह साफ कर दिया गया। फिर आरोपी पंचरुखी लौट आए, ताकि कोई भी उन पर शक न करे।
इस निर्मम हत्या के बाद पुलिस के लिए इस केस को सुलझाना बेहद कठिन था। लेकिन जांच के दौरान जब अलग-अलग जगहों से फोरेंसिक टीम ने सबूत इकट्ठे किए, तब सच्चाई सामने आने लगी। इस दौरान यह भी सामने आया कि इस अपराध में शामिल तीन आरोपी— अजय, रजनी और अभिषेक— पहले ही एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार होकर जेल में बंद थे।
अब पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि मृतक का मोबाइल फोन और हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार को बरामद किया जाए। पुलिस ने निष्पक्ष और सटीक जांच के उच्च मानकों का पालन करते हुए इस पूरी गुत्थी को सुलझाने में सफलता हासिल की। कांगड़ा पुलिस लगातार अवैध गतिविधियों में संलिप्त अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है और इस मामले में भी सभी आरोपियों को कानून के कटघरे में खड़ा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
#CrimeInvestigation #HimachalPradesh #MurderMystery #PoliceSuccess #Jwalamukhi #KangraPolice #JusticeForPankaj #CrimeNews