मंडी में ढाबा संचालक पर फायरिंग, कैश लूटा, कानून व्यवस्था पर उठे सवाल 

मंडी में ढाबा संचालक पर फायरिंग, कैश लूटा, कानून व्यवस्था पर उठे सवाल 

हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलघराट के पास स्थित एक ढाबे पर देर रात कुछ बाइक सवार युवक खाना खाने पहुंचे और फिर अचानक फायरिंग कर ढाबा संचालक को घायल कर दिया। इसके बाद आरोपी कैश लूटकर मौके से फरार हो गए। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे।

घटना के बाद घायल ढाबा संचालक प्रदीप ठाकुर को मंडी के नेरचौक मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई। प्रदीप ने बताया कि कुछ युवक रात में उनके ढाबे पर आए, खाना खाया और फिर अतिरिक्त खाने के बारे में पूछा। जब उन्होंने कहा कि और कुछ नहीं है, तो अचानक फायरिंग कर दी गई। गोली उनके हाथ और मुंह को छूती हुई निकल गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। हमलावर लूटपाट कर फरार हो गए।

इस हमले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब हाइवे पर खुलेआम लूटपाट और फायरिंग की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने पुलिस और प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि अपराधियों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हो रही है।

ढाबा मालिक ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी, तो पहले तो फोन नहीं उठाया गया और बाद में करीब आधे घंटे बाद जवाब मिला कि वे खुद अस्पताल चले जाएं। इससे पुलिस की लचर व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है।

इस घटना के बाद हिमाचल प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर भी सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में बिलासपुर में कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर भी गोलीबारी की घटना हुई थी, जिससे यह साफ हो जाता है कि प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस व प्रशासन इस पर अंकुश लगाने में असफल साबित हो रहे हैं।

प्रदेश में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। नए साल के मौके पर पुलिस कर्मियों को दिए गए उनके बयान को लेकर भी आलोचना हो रही है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक यदि नशे की हालत में हों या किसी प्रकार का गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार करें तो पुलिस उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई न करे, बल्कि उन्हें सुरक्षित होटल तक पहुंचाए। इस बयान को लेकर आलोचकों का कहना है कि इससे अपराधियों और असामाजिक तत्वों को गलत संदेश गया है और वे इसे हल्के में ले रहे हैं।

मंडी गोलीकांड की घटना से प्रदेश में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों और राजनीतिक दलों की ओर से सरकार से मांग की जा रही है कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और कानून व्यवस्था को मजबूत किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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