जनता की सुरक्षा सर्वोपरि: विधायक सुरेश कुमार ने भोरंज में आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की

0
13

हिमाचल प्रदेश के भोरंज क्षेत्र में मानसून के दौरान संभावित प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए विधायक सुरेश कुमार के नेतृत्व में एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। लघु सचिवालय भोरंज में मंगलवार को हुई इस बैठक में क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन तंत्र को सशक्त बनाने, विभागीय समन्वय को सुनिश्चित करने और आम जनता को समय रहते सतर्क करने के मुद्दों पर गहन चर्चा की गई। विधायक ने स्पष्ट किया कि आपदा की स्थिति में तत्परता से कार्य करने के लिए पहले से सुनियोजित तैयारी ही एकमात्र कारगर उपाय है।

विधायक सुरेश कुमार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हम अक्सर आपदा के घटित होने के बाद ही सक्रिय होते हैं, जबकि आवश्यकता इस बात की है कि संभावित आपदा से पहले ही सभी विभाग आवश्यक प्रबंध कर लें। उन्होंने सभी विभागों को अपने क्षेत्रों में आवश्यक संसाधन, मशीनरी और प्रशिक्षित मानव बल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा कि विशेष नोडल अधिकारी नियुक्त कर त्वरित प्रतिक्रिया टीमों का गठन किया जाए और उन्हें आपदा प्रबंधन से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाए, जिससे संकट की स्थिति में समय पर प्रतिक्रिया दी जा सके।

बैठक में विधायक ने भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों की पहचान, जलभराव की रोकथाम, संपर्क मार्गों की निरंतर निगरानी और राहत-बचाव कार्यों के लिए संभावित नियंत्रण कक्ष एवं राहत शिविरों के स्थानों की पहचान को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में जो गांव आपदा से प्रभावित रहे हैं, उन पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि संभावित नुकसान को कम किया जा सके। विधायक ने निर्देश दिए कि सूचना तंत्र को भी पूरी तरह सक्रिय रखा जाए ताकि आम जनता को समय रहते सचेत किया जा सके और आवश्यक कदम उठाए जा सकें।

इस दौरान उन्होंने जल शक्ति विभाग को निर्देशित किया कि पानी के टैंकों और नालियों की नियमित सफाई कर स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। बिजली बोर्ड को भी निर्देश दिए गए कि मानसून के कारण उत्पन्न होने वाली बिजली की समस्याओं को दूर करने के लिए समय पर आवश्यक कार्य पूरे करें। स्वास्थ्य विभाग को दवाइयों की उपलब्धता और खाद्य आपूर्ति विभाग को दुर्गम व संवेदनशील क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में राशन, तेल और गैस उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए ताकि आपदा के समय आपूर्ति श्रृंखला बाधित न हो।

एसडीएम शशिपाल शर्मा ने बैठक के दौरान अब तक किए गए प्रबंधों की विस्तृत जानकारी साझा की। बैठक में तहसीलदार डॉ. आशीष शर्मा, बीडीओ कुलवंत सिंह, बीएमओ डॉ. ललित कालिया, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विजय बन्याल समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। विधायक ने अधिकारियों से समन्वय बनाकर आपदा से निपटने की रणनीति को जमीन पर उतारने का आह्वान किया।

मानसून की आहट के साथ हिमाचल के पहाड़ी क्षेत्रों में आपदा की आशंका एक सामान्य चुनौती बन चुकी है। ऐसे में भोरंज जैसी विधानसभाओं में प्रशासनिक तैयारियों का यह स्तर आमजन को आश्वस्त करता है कि सरकार और जनप्रतिनिधि आपात स्थिति से निपटने को लेकर गंभीर हैं।

यह एक वेब जनित समाचार वेब स्टोरी है।
#BhotaReliefPlanning #SureshKumarMLA #HimachalMonsoonPrep #DisasterPreparedness #HamirpurUpdates #MonsoonRelief2025 #PeopleFirst #BhoranjNews #RainSafetyHimachal #आपदा_प्रबंधन

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here