केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश की राजनीति पर तीखा प्रहार किया और विपक्ष पर कड़े शब्दों में हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल और नेता जनता के असल मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए बड़े-बड़े जलसे कर रहे हैं, जबकि उन्हें जनता के बीच जाकर अपने अधूरे वादों का जवाब देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य जिन कठिन आर्थिक हालातों से गुजर रहा है, उसमें विपक्ष की भूमिका अत्यंत गैर-जिम्मेदाराना रही है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि संकट के इस दौर में जनता उम्मीद करती है कि नेता जमीन पर उतरकर समस्याओं का समाधान ढूंढें, परन्तु कुछ नेता मंच सजाकर तालियों की गूंज के बीच राजनीतिक प्रदर्शन में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि “यह वही लोग हैं जिन्हें जनता ने पिछले चुनावों में नकारा था, और अब वे फिर से जनभावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं।”
अनुराग ठाकुर ने अपने भाषण में प्रदेश सरकार की उपलब्धियों और केंद्र द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं मिली हैं, जिनसे भविष्य में रोजगार के अनेक अवसर पैदा होंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में हिमाचल के लिए रिकॉर्ड बजट प्रदान किया है और कई विकासात्मक प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
सभा में मौजूद बड़ी संख्या में युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति अब केवल घोषणाओं पर नहीं, बल्कि धरातल पर किए गए काम पर चलेगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसे नेताओं को पहचानें जो केवल मंचों से वादों की बारिश करते हैं पर काम के समय नदारद रहते हैं। उन्होंने कहा कि जनता सब देख रही है और समय आने पर जवाब भी देगी।
सभा में आए लोगों ने भी अनुराग ठाकुर की बातों से सहमति जताई। कई स्थानीय नागरिकों ने कहा कि प्रदेश के हालात ऐसे हैं कि नेताओं को एक-दूसरे पर आरोप लगाने के बजाय एकजुट होकर जनता की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। लेकिन कुछ नेता केवल राजनीतिक लाभ के लिए बयानबाजी कर रहे हैं।
कार्यक्रम के अंत में अनुराग ठाकुर ने दोहराया कि राजनीति में पारदर्शिता, जवाबदेही और ईमानदारी जैसे सिद्धांतों को प्राथमिकता देना आवश्यक है। उन्होंने विपक्ष से कहा कि जलसे और प्रदर्शन से जनता का भला नहीं होने वाला, बल्कि सच्चे विकास कार्य ही लोगों का विश्वास जीतते हैं।






